
सत्याग्रह डेस्क

गर्मी के इस मौसम में पानी को लेकर हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है ,लेकिन बिलासपुर रेलवे स्टेशन में पानी को लेकर जारी विवाद की कहानी कुछ और ही है। रेलवे ने अनाप-शनाप वसूली के चलते नियम बना रखा है कि चुनिंदा रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में केवल रेलवे द्वारा अधिकृत पानी की बोतले ही बेची जाएगी।

नियमानुसार रेलवे के खुद के ब्रांड नीर के ही बोतल बेचे जाने हैं लेकिन मुनाफा और कमीशन खोरी के चलते रेलवे स्टेशन के वेंडर और ट्रेन में पैंट्री कार के कर्मचारी दूसरे ब्रांड के पानी बोतल चोरी छुपे बेचा करते हैं। जब भी जांच हुई है इस तरह के मामले सामने आए हैं ।शुक्रवार को विजिलेंस की टीम ने बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर बड़ी कार्यवाही करते हुए उत्कल और समरसता एक्सप्रेस में छापा मारा। उत्कल से 26 कार्टून और 2 बोरी और समरसता एक्सप्रेस में 7 कार्टून मिलाकर लगभग 500 बोतल प्रतिबंधित पानी विजिलेंस की टीम ने जप्त किया है

।जाहिर है रेलवे के निर्देशों का खुला उल्लंघन करते हुए कर्मचारी अपना जेब भरने के लिए प्रतिबंधित पानी बेच रहे हैं। इस पानी को आमतौर पर 15 की बजाय 20 रुपये प्रति बोतल बेचा जाता है। वही बोतल सप्लायर द्वारा भी इन कर्मचारियों को मोटा कमीशन दिया जाता है, जिस वजह से कर्मचारी और वेंडर रेलवे के निर्देशों का पालन नहीं करते हुए यात्रियों को चूना लगा रहे है। शुक्रवार की बड़ी कार्यवाही के बाद कई कर्मचारियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।
