
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर – राज्य सरकार के पहल के बाद अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी कड़ी में मंगलवार को अहमदाबाद के साबरमती और सिकदराबाद के समीप लिगमपल्ली से दो ट्रेनों में करीब कुल 1991 मजदूर बिलासपुर रेल्वे स्टेशन पहुँचे थे। जिसमे जिले के 1050 और अन्य जिलों के 941 मजदूर शामिल है। बिलासपुर पहुँचे सभी प्रवासीय मजदूरों के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम सावधानी पूर्वक स्टेेेशन से क्वारंटाइन भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित की। इस दौरान मजदूरों के स्वास्थ्य परीक्षण भी की गई। जिसमें 189 मजदूरों में कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए गए। जिसे देखते हुए उनका आर.टी.पी.सी.आर से जांच कर कोरोना का सैंंपल लिया इन लोगो को परीवार से अलग शासन के द्बारा बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में 14 दिन के लिए भेजा गया है,

बाकि श्रमिको को उनके गांव में क्वारंटाइन के लिए भेज दिया गया है। प्रवासीय मजदूरों की जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रमोद महाजन ने बताया कि मंगलवार को अन्य राज्यो से जिले के करीब 1050 मजदूर वापस लौटे है। जिसमे विकासखण्ड बिल्हा के 94, कोटा के 96,मस्तूरी के 800, तखतपुर के 44 एवं नगर निगम बिलासपुर क्षेत्र के 16 व्यक्ति थे। सभी श्रमिक स्वस्थ है तथा उन्हें आवश्यकतानुसार क्वानरटाईन सेंटर एवं आईशोलेशन में भेजा गया हैं। इसके अलावा मंगलवार को बिल्हा के भोजपूरी टोल प्लाजा में 395, बगदेवा टोल प्लाजा में 104 श्रमिक और तखतपुर के मोडे मार्ग में 51 श्रमिक, सहित मस्तुरी के चेक पोस्ट में 14 श्रमिक तथा कोटा के केन्दा चेक पोस्ट में 398 श्रमिको का स्वास्थ्य जांच किया गया है।
275 संदेहियों के कोरोना रिपोर्ट का है इंतजार..

रेड जोन से आने वाले प्रवासी मजदूरों के साथ जिले में अब तक 1279 संदेहियों की कोरोना टेस्ट हेतु सेंपल रायपुर भेजा था। जिसमे से 1004 लोगो की रिपोर्ट राहत जनक मिली है। यानि कि उन सभी की रिपोर्ट नेगिटिव आई है। लेकिन अब भी 275 संदेहियों की रिपोर्ट रायपुर से स्वास्थ्य विभाग को नही प्राप्त हुई है। जिसमे सर्वाधिक सैम्पल प्रवासीय मजदूरों के है। ऐसे में उनकी कोरोना रिपोर्ट आने के बाद ही वास्तविक स्थिति साफ हो सकेगी। क्योकि बीते दो दिनों में स्पेशल ट्रेन से आने वाले प्रवासीय मजदूरो में से 247 मजदूरों में कोरोना के लक्षण दिखाई दिए है। जो किसी अनचाहे खतरे से कम नही है। फिलहाल इसको लेकर तमाम तरह के एहतियात जिला प्रशासन द्वारा बरती जा रही है।