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आयकर विभाग की स्थापना के 159 वर्ष पूरे होने के अवसर पर बिलासपुर आयकर विभाग द्वारा भी 16 जुलाई से स्थापना दिवस पखवाड़ा समारोह का आयोजन किया जा रहा है। 16 जुलाई को विभाग द्वारा आयकर विभाग के तिफरा स्थित निर्माणाधीन भवन के प्रांगण में वृक्षारोपण किया गया । वहीं इसी क्रम में बुधवार को विभाग द्वारा जस्टिस तंखा स्मृति विद्यालय विनोबा नगर के विद्यार्थियों को शिक्षण सामग्री और फलों का वितरण किया गया। आने वाले दिनों में भी इसी सिलसिले में विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिनमें कर्मचारियों के लिए भी विविध स्पर्धा भी शामिल है।
आयकर विभाग की कार्यशैली में लगातार बदलाव हो रहा है । मुख्य आयकर आयुक्त छत्तीसगढ़ एस एस एस बी रे ने पत्रकारों के साथ चर्चा के दौरान कहा कि पहले लोग आयकर विभाग का नाम सुनकर ही डर जाते थे लेकिन अब धारणाएं बदल रही है। टकराव और तनाव की स्थिति खत्म हो चुकी है। विभाग भी अपने कार्य में पारदर्शिता लाने का पूरा प्रयास कर रहा है। यही वजह है कि लगातार आयकर भरने वालों की संख्या बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ में भी पिछले वर्ष की तुलना में 287 करोड़ के मुकाबले इस वर्ष 351 करोड़ का आयकर जमा हुआ है। आयकर विभाग की पैनी निगाह सभी करदाताओं पर होती है। विभाग के पास लगातार लोगों का डाटा जमा हो रहा है जिससे कर चोरी करना अब आसान नहीं रह गया। मुख्य आयकर आयुक्त ने मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील की है कि आयकर की श्रेणी में आने वाले सभी व्यक्तियों को आयकर रिटर्न जरूर फाइल करना चाहिए क्योंकि विभाग के पास सभी जानकारियां हैं और अब कर चोरी करने वालों के खिलाफ विभाग सख्त कार्यवाही कर रहा है। पेनल्टी और सजा से बचने के लिए जरूरी है कि लोग समय से अपना आयकर जमा कराएं। श्री रे ने यह भी बताया कि किसी भी खरीदी बिक्री और ट्रांजैक्शन की सूचना तुरंत विभाग के पास पहुंच जाती है इसलिए लोग इस गफलत में ना रहे कि वह आयकर विभाग की आंखों में धूल झोंक सकते हैं। बुधवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मुख्य आयकर आयुक्त छत्तीसगढ़ एस एस एस बी रे और प्रधान आयकर आयुक्त बिलासपुर एसके सिंह समेत विभाग के आला अधिकारी मौजूद थे जिन्होंने कर प्रणाली के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।