
आकाश दत्त मिश्रा
प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने चुनाव से पहले पूर्ण शराबबंदी का दावा किया था लेकिन हकीकत इसका उलट होने से ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है।
गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंच गए और बस्ती में खुले शराब दुकान को बंद करने की मांग के साथ हंगामा करने लगे। मुंगेली जिले के ग्राम कंतेलि बस्ती में मौजूद शराब दुकान ग्रामीणों के लिए आफत साबित हो रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि शराब पीने के बाद शराबी गांव का माहौल खराब कर रहे हैं और उनके द्वारा बेवजह भद्दी भद्दी गालियां दी जाती है ।शराबियों की वजह से ही सड़क पर जाम लगा रहता है। महिलाओं का उस रास्ते से गुजरना दुभर हो चुका है क्योंकि महिलाओं को देखते ही शराबी छेड़छाड़ करने लगते हैं । यहां तक कि स्कूली छात्र-छात्राएं भी अब उस सड़क से गुजरने से डरते हैं । मदिरा प्रेमी शराब पीकर सड़क पर ही कांच की बोतल फोड़ कर आम लोगों के लिए मुसीबत खड़ा कर रहे हैं। वही शराब पीने की वजह से शराबियों के घर में कलह होने की बात भी कही जा रही है। बस्ती में मौजूद शराब दुकान ने गांव के नौजवानों का जीवन बर्बाद कर दिया है ।
शराब दुकान की वजह से ही गांव में आए दिन झगड़ा और मारपीट हो रही है। कुल मिलाकर यह शराब दुकान गांव के लिए अभिशाप बन चुका है, लिहाजा ग्रामीणों ने एक राय होकर कंतेली से शराब भट्टी को हटाने की मांग की है, साथ ही यह भी चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने यह कदम नहीं उठाया तो ग्रामीण खुद शराब भट्टी को गांव से हटा देंगे लेकिन इस दौरान अगर कोई अप्रिय घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा, यह बड़ा सवाल है। 100 से अधिक संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए जमकर नारेबाजी की जिस वजह से मुंगेली कलेक्ट्रेट परिसर में हंगामा मचा रहा।