
डेस्क
स्वैच्छिक रक्तदान की प्रक्रिया आसान नहीं। समाज में इसे लेकर कई भ्रांतियां मौजूद होने से आमतौर पर लोग रक्तदान करने सहज रूप से सामने नहीं आते, लेकिन जब से जज्बा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी के साथ कुछ अन्य समाजसेवी संगठनों ने रक्तदान के लिए लोगों को, खासकर युवाओं को प्रेरित करना शुरू किया है तब से बिलासपुर में रक्तदान को लेकर एक जागरूकता नजर आ रही है और हर महीने हो रहे रक्तदान शिविर में लक्ष्य से अधिक रक्तदाता पहुंच रहे हैं। ऐसा ही कुछ इस रविवार को आयोजित रक्तदान शिविर में भी नजर आया यहां। करीब डेढ़ सौ यूनिट रक्त का लक्ष्य रखा गया था लेकिन करीब 158 रक्त दाताओं ने स्वेच्छा से रक्तदान किया।
यूं तो अधिकांश मरीजों को इलाज के दौरान रक्त की आवश्यकता पड़ती है, मगर साथ ही थैलेसीमिया मेजर जैसे लाइलाज बीमारी से ग्रसित शहर के करीब डेढ़ सौ बच्चे भी हैं जिन्हें हर महीने रक्त की आवश्यकता पड़ती है। जज्बा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी द्वारा गोद लिए गए 25 बच्चों को लगातार रक्त की उपलब्धता ऐसे ही स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों के माध्यम से की जाती है। इस रविवार को बड़ी संख्या में युवा रक्तदान के लिए पहुंचे। रक्तदान के पश्चात उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनके इस सहयोग के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया गया।
रविवार के रक्तदान शिविर में बतौर अतिथि सीएमओ डॉ प्रमोद महाजन आईएमए के अध्यक्ष डॉ केके जसवाल और सिम्स की सहायक अधीक्षक डॉ आरती पांडे भी शामिल हुई। उनके अलावा प्रदेश कांग्रेस सचिव डॉ विवेक वाजपेई भी रक्त दाताओं को प्रोत्साहित करने पहुंचे । यहां सीएमओ को जानकारी दी गई कि किस तरह रेड क्रॉस सोसायटी द्वारा भ्रामक जानकारी प्रदान की जाती है। शहर में थैलेसीमिया मेजर पीड़ित बच्चों की संख्या डेढ़ सौ के पार है लेकिन रेड क्रॉस इसे 25 बताती है। साथ ही दवाइयां उपलब्ध कराने में भी आनाकानी की जाती है। सीएमओ डॉ प्रमोद महाजन ने इस पर उचित कार्यवाही का भरोसा देते हुए 10 थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को दवाइयां उपलब्ध कराने की भी जिम्मेदारी ली।
इस मौके पर संस्था के कार्यकर्ता सतीश यादव ने प्रमुख अतिथि डॉ प्रमोद महाजन और डॉ आरती पांडे का पोर्ट्रेट तैयार किया जिन्हें अतिथियों को स्मृति चिन्ह के बतौर प्रदान किया गया। अतिथियों ने रक्तदान के इस प्रयास की सराहना करते हुए हर मुमकिन मदद का वादा किया
लगातार रक्तदान शिविर आयोजित करने के बाद भी लोग बड़ी संख्या में रक्तदान के लिए पहुंच रहे हैं इसके पीछे जज्बा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी के साथ जय श्री फाउंडेशन धिति फाउंडेशन इनायत फाउंडेशन, ख्वाब इंडिया फाउंडेशन जैसी संस्थाओं की भी महत्वपूर्ण भूमिका है जो आम लोगों को यह समझाने में कामयाब हुए हैं कि रक्तदान करना जरूरतमंद और रक्तदाता दोनों के लिए फायदेमंद है ।