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सिख पंथ के आठवें पातशाही श्री गुरु हरकृष्ण साहिब जी का पावन प्रकाश पर्व शुक्रवार को मनाया जाएगा। गुरु हरिकिशन जी को 8 वर्ष की अल्पायु में ही गुरु पद प्रदान किया गया था। अपनी विद्वता से उन्होंने उस वक्त सबको हैरान कर दिया था। दिल्ली में गुरुजी जिस आवास में रहते थे, वहां ऐतिहासिक गुरुद्वारा बंगला साहिब मौजूद है।
उनके जन्म उत्सव पर तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन बिलासपुर में किया जा रहा है । 24 जुलाई से यहां कीर्तन एवं कथा विचार का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को यहां पौध वितरण और नेत्र जांच शिविर का भी आयोजन किया गया।
शुक्रवार सुबह से ही यहां आयोजनों का सिलसिला आरंभ होगा। इस विशेष अवसर के लिए पंथ प्रचारक भाई जसविंदर सिंह और ज्ञानी भाई सतनाम सिंह हजूरी जत्था, दरबार साहिब अमृतसर से बिलासपुर पधारे हैं। शुक्रवार सुबह 8:00 बजे से 9:00 बजे तक कथावाचक भाई जसविंदर सिंह अपने विचारों से साध संगत को निहाल करेंगे।
शाम को यहां विशेष दीवान सजाया जाएगा। दयालबंद गुरुद्वारा में होने वाले आयोजन में शाम 7:00 से लेकर 7:30 बजे तक भाई मनिंदर सिंह, फिर शाम 7:30 से लेकर 8:00 बजे तक मुख्य ग्रंथी मानसिंह और रात 9:00 बजे से लेकर 10:00 बजे तक भाई सतनाम सिंह शबद कीर्तन प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम की समाप्ति पश्चात गुरु के अटूट लंगर का आयोजन किया जाएगा। श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा के सहयोग से पंजाबी सेवा समिति द्वारा किए जा रहे इस आयोजन में समिति के सदस्य और पदाधिकारी अपना पूरा सहयोग दे रहे हैं । शुक्रवार को यहां धार्मिक आयोजनों के साथ समिति के सदस्यों के लिए रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया जाएगा, ताकि जरूरतमंद को रक्तदान किया जा सके।