
रमेश राजपूत/ जुगनू तंबोली
बिलासपुर– सीपत थाना क्षेत्र के गाँवो में एक महिला और पुरूष असली पुलिस अधिकारी बनकर दुकानदारों और ग्रामीणों को डरा धमकाकर अवैध रूप से पैसों की वसूली कर रहे थे, यहाँ तक कि कई दुकानदारों से जबरिया पेट्रोल और महुआ की जब्ती भी की गई थी। ग्रामीणों को इन नकली पुलिस अधिकारियों पर आशंका हुई और असली पुलिस को सूचना दी गई जिसके बाद सीपत थाना प्रभारी मान सिंह राठिया के निर्देश पर दोनों आरोपियों को भागने से पहले घेराबंदी कर धर दबोचा गया।

थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी आशीष पांडेय पिता अशोक पांडेय 29 वर्ष निवासी पानी टंकी चिंगराजपारा और नूपुर शर्मा पति नरेंद्र शर्मा 23 वर्ष निवासी 1/28 राधिका विहार सरकंडा दोनों अपने आप को पुलिस विभाग के उच्च अधिकारी बता क्षेत्र के ग्राम कर्मा, मंजूरपहरी, बसहा, रामपुर सहित अन्य स्थानों पर दुकानदारों और ग्रामीणों को सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क नही लगाने और अवैध रूप से सामान बेचने के मामले में पुलिस कार्रवाई का डर दिखाकर अवैध रूप से पैसों की वसूली की जा रही थी, मामले में जैसे ही ग्रामीणों ने इन नकली पुलिस अधिकारियों की सूचना सीपत पुलिस को दी तत्काल घेराबंदी कर उन्हें भागने से पहले धर दबोचा गया, जहाँ पुलिस ने आरोपी आशीष पांडेय से 4850 रुपए नगद और नूपुर शर्मा से 3510 रुपए नगद को जब्त किया गया है,

साथ ही दुकानदारों से जब्त किये गए महुआ और पेट्रोल को भी बरामद किया गया है। मामले में सीपत पुलिस ने घटना में प्रयुक्त एक स्कॉर्पियो वाहन क्रमांक सीजी 10 ए यू 1636 को जब्त किया गया है,

जिसे आरोपी किराए पर लेकर आये थे। सीपत पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 419, 420,34 के तहत अपराध दर्ज कर न्यायिक हिरासत में ले लिया है।
कई मामले आ चुके सामने…

इस मामले के अलावा रतनपुर, सीपत क्षेत्र से कई और मामले सामने आ चुके है, जहाँ असली पुलिस बनकर आरोपी खुलेआम अवैध वसूली कर रहे थे। जहाँ भी ग्रामीणों की जागरूकता की वजह से ही आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े थे। फ़िलहाल पुलिस प्रशासन को ऐसे मामलों को संज्ञान में लेकर गाँवो में जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है, जहाँ ग्रामीणों को पुलिसिया कार्रवाई का भय दिखाकर कोई भी उन्हें न ठग सके।