
रमेश राजपूत
बिलासपुर – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आज बिलासपुर जिले के ग्राम मोहभट्ठा में आयोजित आमसभा एवं विकास कार्यों के लोकार्पण-शिलान्यास समारोह में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत के दो प्रतीकात्मक उपहार भेंट किए।मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को कोसा सिल्क से बना एक विशेष हस्तनिर्मित शॉल भेंट किया, जिसमें छत्तीसगढ़ की पारंपरिक बुनाई और जनजातीय संस्कृति की झलक मिलती है।
इस शॉल में बांस से निर्मित वाद्ययंत्र ‘टोड़ी’ और बस्तर के प्रसिद्ध ‘बाइसन हॉर्न माड़िया नृत्य’ की कढ़ाई की गई है, जो राज्य की लोककला और जनजातीय अस्मिता को दर्शाता है।इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को छत्तीसगढ़ की वीरांगना बिलासा देवी केवट की स्मृति में बना एक मोमेंटो भी भेंट किया। बिलासा देवी केवट के नाम पर ही बिलासपुर शहर का नामकरण हुआ था।
यह मोमेंटो नारी सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और नेतृत्व क्षमता का प्रतीक है, जो प्रधानमंत्री मोदी की ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, ‘उज्ज्वला योजना’ और ‘नारी शक्ति मिशन’ जैसी पहलों से भी मेल खाता है।
इन उपहारों के माध्यम से छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और महिला सशक्तिकरण को राष्ट्रीय पहचान देने का प्रयास किया गया है।