
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर – जज्बा है तो जिंदगी है! जिंले में यह कारगर साबित हो रहा है। जिसके बलबूते अब न्यायधानी में हर जरूरत मंदों के लिए जज्बा संजीवनी बूटी का काम कर रहा है। जज्बा वेलफेयर सोसायटी के द्वारा जिंले में मरीजो के लिए रक्त उपलब्ध कराने जो अभिनव पहल विगत वर्षों से की जा रही है। जिससे प्रभावित होकर अन्य समाज सेवी संस्था भी जज्बा के आयोजन में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने प्रतिबद्ध है।

इसी कड़ी में मंगलवार को भी गणतंत्र दिवस के उपलक्ष पर स्वैच्छिक रक्तदान का आयोजन किया गया था। जज्बा वेलफेयर सोसाइटी के तत्वाधान में आयोजित इस शिविर को सफल बनाने तारबाहर फ्रेंड्स फॉरएवर की टीम ने अपनी सहभागिता दी है। जिन्होंने मिलकर स्व. शेख गफ्फार के स्मृति में रक्तदान का आयोजन एकता ब्लड बैंक में किया था। जहाँ युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान जज्बा के संस्थापक संजय मतलानी ने जानकारी देते हुए बताया कि रक्त की जरूरत को किसी पदार्थ से पूरा नहीं किया जा सकता है।

केवल रक्तदान से ही रक्त की पूर्ति संभव है। किसी के द्वारा एक बार में किया गया रक्तदान, चार जरूरतमंदों की जान बचा सकता है। 18 से 60 वर्ष की आयु वाला कोई भी पुरुष व महिला रक्तदान कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण रक्तदान में बेहद कमी आई है। जिंले में वर्त्तमान परिस्थिति में ब्लड के सभी ग्रुप्स की बहुत अधिक आवश्यकता है, लेकिन लोग अभी भी इस वक़्त पूर्व की तरह ब्लड डोनेशन नहीं कर रहे हैं, जिसके कारण ब्लड बैंक में ब्लड की कमी होती जा रही है। ऐसे में उन्होंने शहर के युवाओं से स्वस्फूर्त थी रक्तदान करने की अपील ही है।