
उदय सिंह
बुधवार को सेशंस कोर्ट में करीब घंटे भर चली बहस के बाद अमित जोगी मामले में कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया गया था। लंच ब्रेक के बाद फैसला सुनाया गया जिसमें अमित जोगी की जमानत अर्जी को खारिज करते हुए उन्हें वापस न्यायिक हिरासत में पेंड्रा उप जेल भेज दिया गया। फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में अमित जोगी की गिरफ्तारी मंगलवार सुबह हुई थी। लोअर कोर्ट में उनकी जमानत याचिका खारिज होने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था। जिसके बाद उन्होंने सेशंस कोर्ट में त्वरित सुनवाई की मांग में याचिका लगाई थी। खास बात यह रही कि बुधवार को अमित जोगी ने अपनी पैरवी खुद की। वकील की वेशभूषा में कोर्ट पहुंचे अमित जोगी ने खुद पर लगे सभी आरोपों को नकारा।
उन्होंने पुलिस कार्रवाई पर कई सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि जिन दस्तावेजों के आधार पर उन पर आरोप तय किए गए हैं और एफ आई आर दर्ज की गई है , उन्होंने उन प्रमाण पत्रों का कहीं इस्तेमाल नहीं किया और ना हीं जमा कराया है। करीब 1 घंटे तक चली बहस के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। आपको याद दिला दें कि लोअर कोर्ट द्वारा अमित जोगी की जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजने का आदेश दिया गया था। अमित जोगी पर गलत नागरिकता बताने का अपराध है ,जिसके खिलाफ भाजपा नेता समीरा पैकरा ने शिकायत दर्ज कराई थी।