
भुवनेश्वर बंजारे
रायगढ़ – मायके जाने की जीद के बीच हुए विवाद के बाद अपनी बहन के साथ मिलकर अपने ही जीजा को मौत के घाट उतारने वाले आरोपी साले और उसके एक साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मिली जानकारी के अनुसार दिनेश सिदार और लक्ष्मी सिदार की शादी के बाद से आए दिन विवाद होता रहा था। 21 नवंबर को भी पति-पत्नी के बीच लड़ाई झगड़ा होने से मायके जाने के लिए अपने भाई रविदास को बुलाई। दूसरे दिन 22 नवंबर के दोपहर को तुनीमुड़ा निवासी भाई रविदास मोटरसाइकिल में अपने दोस्त कृष्णा कुमार मांझी के साथ गांव सिहारधार आया था। जिसके साथ मायके जाने लगी तो दिनेश मना करने लगा और बच्चे को छोड़कर जाओ कहकर बच्चे को छीनने लगा। दोनों पति पत्नी के बीच झगड़ा विवाद में रविदास भी उसकी बहन का साथ देने लगा और रविदास की पीटाई कर दी। जिससे दिनेश बेहोश हो गया। जिसके बाद दिनेश को उसके परिवार वाले लैलूंगा अस्पताल लेकर गए जहां से उसे रायगढ़ रेफर किया गया। रायगढ़ अस्पताल से दिनेश को और बेहतर इलाज के लिए डीकेएस अस्पताल रायपुर ले जाने की सलाह दिए परिवारजन आहत को लैलूंगा लेकर आ रहे थे । इसी बीच रास्ते में दिनेश बेहोश हो गया जिसे सीएचसी लैलूंगा लेकर गए जहां उसे डॉक्टर ने मृत बताया। इधर शिकायत के बाद लैलूंगा पुलिस ने आरोपिया लक्ष्मी सिदार को पहले ही गिरफ़्तार कर लिया था। जिसके बाद से फरार रविदास निवासी कृष्णा कुमार मांझी की तलाश पुलिस कर रही थी। इसी। बीच पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी राजाआमा, जशपुर में है। जिसपर पुलिस ने आरोपियों के ठिकानों पर दबिश देकर दोनों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उक्त कार्यवाही में एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के मार्गदर्शन पर फरार आरोपियों की पतासाजी, गिरफ्तारी में थाना प्रभारी लैलूंगा निरीक्षक मोहन भारद्वाज, सहायक उप निरीक्षक चंदन सिंह नेताम, प्रधान आरक्षक भेनानासियुस खेस, आरक्षक हेलारियुस तिर्की, राजू तिग्गा की अहम भूमिका रही है ।