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कांकेर- स्कूलों को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है, लेकिन प्रदेश के कांकेर जिले से सामने आई इस तस्वीर ने शिक्षा जगत को शर्मशार किया है, दरअसल एक महिला शिक्षक शराब के नशे में धुत होकर स्कूल पहुंच गईं। उनको इस हालत में देखकर बच्चे भी सहम गए। वह नशे में इतनी धुत थीं कि ठीक से खड़ी तक नहीं हो पा रही थीं। कुछ देर वह बच्चों के बीच बैठी रहीं, फिर औधें मुंह जमीन पर जा गिरीं। इस दौरान डरे-सहमे बच्चे बार-बार शिक्षिका को उठाते रहे। उन्हें आवाज लगाकर जगाते रहे, लेकिन वे टस से मस नहीं हुईं। यह मामला कोयलीबेड़ा के कोतुल बालक आश्रम का है, वही महिला शिक्षक का नाम मीरा देवी बताया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार महिला शिक्षक शराब पीने की आदी हैं। प्रबंधन विकास समिति के अध्यक्ष राजीव पोटाई ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि महिला शिक्षक अक्सर शराब पीकर स्कूल आती हैं। वे स्कूल में पढ़ाने के बजाय सोते नजर आती हैं। गांव वालों ने इसकी लिखित शिकायत बीईओ से की है। इस बारे में बीईओ अर्जुन सर्फे ने कहा कि नगरीय निकाय इलेक्शन के बाद जांच के लिए वहां एक दल भेजा जाएगा और जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
क्या असर होगा बच्चों पर
शराब पीकर स्कूल पहुँचने वाले शिक्षकों पर तो कार्रवाई होनी है होगी, लेकिन इस अनुचित व्यवहार का बच्चों पर क्या असर पड़ेगा यह चिंता का विषय है। जो शिक्षक मिट्टी रूपी मन को गढ़ कर व्यक्तित्व निर्माण करने की महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है, ऐसे चरित्र निर्माणकर्ता का यह रूप बेहद ही शर्मनाक है, जिस पर समाज को मंथन की जरूरत महसूस की जा रही है।