
बिलासपुर – एक ओर पूरा देश वैश्विक आपदा की लड़ाई में अपनी सहभगिता सुनिश्चित कर रहा है, तो वही दूसरी ओर भगवान का दूसरा रूप कहे जाने वाले सिम्स के एक डॉक्टर ने अचानक इस्तीफा दे दिया। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कड़े तेवर अपनाते हुए 24 घंटे में हरहाल में ज्वाइनिंग करने के निर्देश दिए है। इसके बाद भी ड्यूटी में नही लौटने की स्थिति में डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज करने कहा गया है। आपको बता दें कोरोना वायरस को लेकर सिम्स हॉस्पिटल में अलग ओपीडी बनाई गई है। जिसमे रोजाना सैकड़ो मरीज जांच के लिए पहुँचते है।
इस आपात स्थिति के बीच सिम्स के संविदा कार्यरत मेडिसिन विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. राजेश अग्रवाल ने किसी कारण से विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज टेम्भूर्निकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। सूत्रों की माने तो इसके पीछे की वजह वायरस के डर को भी बताया जा रहा है। हालांकि इसकी सूचना विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज टेम्भूर्निकर ने सिम्स के डीन पी के पात्रा को दी। इस विषय में डीन ने जिला प्रशासन के साथ हेल्थ सेक्रेटरी को भी जानकारी दी थी। मामले के गंभीरता को देखते हुए, मंगलवार को स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक सिंह ने इस संबंध में एक विडियों कॉन्फ्रेंसिंग ली जिसमें सिम्स के डीन पी.के पात्रा, मेडीकल विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.पंकज टेम्भूर्निकर के साथ जिला कलेक्टर डॉ. संजय अलंग और एसपी प्रशांत अग्रवाल भी मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने हेल्थ सेकेटरी निहारिका बारिक सिंह ने कहा है कि अगर 24 घंटे के अंदर डॉ. राजेश अग्रवाल सिम्स में कार्य पर नहीं लौटेगे, तो उसके ऊपर एफआईआर दर्ज कराए। वहीं डॉ. राजेश अग्रवाल को राष्ट्रीय आपदा के दौरान अपने कार्य से त्यागपत्र देने पर जिम्मेदारीयों से बचने पर उसके प्रेक्टिस लाइसेंस को रद्द करने की कार्रवाई करने भी कहा गया है।