
उदय सिंह

मस्तूरी- जनपद पंचायत मस्तूरी के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत जुनवानी(कटहा) में रोजगार नही मिलने से ग्रामीणों में काफी रोष है। क्योंकि गांव में रोजगार गारंटी के काम स्वीकृति के महीनों बाद भी अब तक काम शुरू नही हो सका है। इस पूरे मामले में राजस्व अधिकारियों की सुस्त कार्यप्रणाली ग्रामीणों और रोजगार के बीच एक बड़ा रोड़ा बन हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार मनरेगा के तहत 2019- 20 के लिए 18 दिसंबर 2019 को जुनवानी तथा आश्रित ग्राम कटहा में 4 काम स्वीकृत हुए थे। जिसमें ग्राम कटहा में गाड़ा घाट और धनवार पारा में नया तालाब निर्माण कार्य तथा ग्राम जुनवानी में तिरिया बाँधा तालाब व बहरा तालाब में गहरीकरण कार्य कराया जाना था। लेेकिन क्षेत्र के पटवारी ने अपनी हरी झंडी नही दी है। जिस वजह से पिछले 4 महीनों से ग्रामीणों को रोजगार नही मिल सका है।
शिकायत के बाद भी न कार्यवाही हुई और ना ही फाइल आगे बढ़ सकी..

मनरेगा के स्वीकृत कार्य को शुरू कराने मस्तूरी नायब तहसीलदार के द्वारा हुई स्थल मार्किंग के बाद पटवारी को स्थल निरीक्षण का प्रतिवेदन प्रस्तुत करना था। जिसको लेकर जनप्रतिनिधियों ने पहले तो महीनों पटवारी कार्यालय के चक्कर काटे, जब वह थक गए तो उन्होंने उसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की फिर भी इससे खुदगर्ज पटवारी की कुम्भकर्णीय नींद नही टूट सकी..
केंद्र सरकार के निर्देशो को भी धता साबित कर रहे राजस्व अधिकारी..

कोरोना संक्रमण के बीच ग्राम पंचायत स्तर के मजदूरों को काम दिलाने केंद्र और राज्य सरकार ने निर्देशित किया था। ताकि ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति सुधर सके। लेकिन राजस्व अधिकारी के अड़ियल रैवये की वजह से इस विकट परिस्थिति में भी कोई फर्क नही पड़ा है

या यूं कहें शासन के निर्देशों को तवज्जो नहीं देने की आदत सी हो गई है इनकी…