
रतनपुर जुगनू तंबोली
रतनपुर – छत्तीसगढ़ सरकार के बाद अब अन्य स्टेट गवर्मेंट ने भी प्रवासियों को गृह ग्राम भेजने कवायद शुरू कर दी है। इसके तहत रतनपुर के एक मुश्लिम परिवार को राजस्थान सरकार ने सुरक्षित घर वापस भेजा है। दरसअल रतनपुर में रहने वाले आलिम खान, रिहाना खान,अमीना बेगम, सना परवीन ,शहनाज सहित 16 मार्च को ख्वाजा गरीब नवाब के जियारत करने अजमेर शरीफ गए हुए थे। जिनके 23 मार्च को घर वापसी की टिकिट थी। लेकिन इसी बीच कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन हो गया।
जिस वजह से अलीमा खान और उसका पूरा परिवार अजमेर में ही फंस गया। इस बीच वह रतनपुर आने की जुगत में लगे रहे लेकिन जिला प्रशासन से कोई बात नही बन सकी। पर वर्तमान में अजमेर के जिला प्रशासन ने अन्य राज्यो के फंसे पर्यटको को रेस्क्यू कर भेजने कठिन प्रक्रिया को आसान कर दिया। जिला प्रशासन ने इसके साथ रतनपुर के अलीमा खान के पूरे परिवार की पहले स्वास्थ्य परीक्षण कराया फिर उनके लिए एक गाड़ी की भी व्यवस्था की जिसमे वह मंगलवार देर रात रतनपुर पहुँचे। इस दौरान उन्होंने बताया कि रास्ते मे उनके खाने की व्यवस्था की गई थी। तो सीमावर्ती क्षेत्रों में उनकी जांच के बाद ही उन्हें गृह ग्राम आने की अनुमति मिल सकी। जहाँ पहुँच उन्होंने राहत की सांस ली है।
14 दिनों के बाद ही घर में कर सकेंगे प्रवेश…
प्रवासियों को लेकर जिला प्रशासन ने गाइडलाइंस जारी की है। कि अन्य राज्यो से आने वाले प्रवासी मजदूर,पर्यटको को चयनित स्थान पर 14 दिनों तक क्वारांटीन किया जाएगा। इस बीच उनका स्वास्थ्य परीक्षण के साथ प्रवासियों के रहने की समुचित व्यवस्था की गई है। इसी के तहत अजमेर से आए मुश्लिम परिवार को भी रतनपुर के प्रीमैट्रिक आदिवासी बालक छात्रवास में ठहराया गया है। जो अपने क्वारांटीन की अवधि पूरा कर घर जा सकेंगे।