
उदय सिंह
बिलासपुर – स्थानीय जनप्रतिनिधियों की कारगुजारियों को उजागर करने वाली खबर का कवरेज करना एक पत्रकार को भारी पड़ गया है, क्योकि मामले में संलिप्त जनप्रतिनिधियों ने एक राय होकर पत्रकार पर दबाव बनाते हुए उससे मारपीट की घटना को अंजाम दिया है।
दरअसल संवाददाता सूर्यप्रकाश सूर्यकांत ने विगत दिनों ग्राम पंचायत पचपेड़ी में अव्यवस्थित तरीके से रखे गए मवेशियों की मौत के मामले का कवरेज किया था, जिसमे तेज बारिश के बीच तिरपाल के नीचे रखे गए सैकड़ो मवेशियों में से 20 मवेशियों की मौत हो गई थी,
जिसे ट्रक्टर में लोड कर घटना को छिपाने का प्रयास किया जा रहा था। शासन की महत्वपूर्ण योजना और गौधन संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों को पंचायत में धता बताकर राज्य सरकार की मंशा को बट्टा लगाया जा रहा था, जिसे उजागर करने स्थानीय स्तर पर संवाददाता सूर्यप्रकाश ने कोशिश की थी,
लेकिन यह कोशिश क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि, सरपंच सहित अन्य दबंगो को रास नही आई जिन्होंने गाँव मे बैठक बुलाकर उसमें एक राय हो गए और पत्रकार सूर्यप्रकाश को वहाँ बुला लिया गया, जहाँ उस पर लिखित में यह देने की उनके खिलाफ कोई भी खबर नही कवरेज करेगा इसकी मांग की गई,
जिसका पत्रकार सूर्यप्रकाश ने साफ विरोध किया लेकिन इससे दबंग संतोष यादव, धनेश यादव, मुकलु यादव, बुधराम मधुकर, मुरलीधर मधुकर, तिरिथराम, हरप्रसाद, सुरुजराम मधुकर द्वारा मारपीट, जान से मारने की धमकी देते हुए जबरिया लिखवा लिया,
जिन्होंने इस पूरी घटना को पत्रकार को बंधक बनाकर कर अंजाम दिया इस दौरान उससे मोबाइल फोन को भी छीन लिया गया था। मामले में जैसे तैसे पत्रकार दबंगो के चंगुल से बचकर निकला और इसकी शिकायत पचपेड़ी थाने में जाकर किया, जिसके बाद सभी दबंग थाने भी पहुँच गए और थाने में दबाव बनाने लगे जिनके द्वारा थाने में भी धमकी दी गई।
फ़िलहाल मामले में 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अपराध दर्ज नही किया गया है, जबकि पत्रकार सूर्यप्रकाश को चोंटे भी आई थी। सोमवार को क्षेत्र के पत्रकार साथियों के साथ पीड़ित पत्रकार ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुँचकर फरियाद लगाई है,
ताकि मामले में त्वरित कार्रवाई हो और उसे न्याय मिल सके।