
रमेश राजपूत
बिलासपुर – मध्यप्रदेश के इंदौर में तीन महिलाओं के लुटेरी दुल्हन के गिरोह की ही तरह बिलासपुर जिले में भी एक मामला सामने आया है, जिसमें प्रार्थी 78 वर्षीय एक व्यक्ति को 48 वर्षीय महिला ने अपने झांसे में लेकर पहले शादी की फिर कार, सोने चांदी के गहने और नगदी सहित कुल 15 लाख रुपए पर हाथ साफ कर फरार हो गई। मामले में प्रार्थी मुंशी लाल पस्टारिया पिता मनोहर लाल पस्टारिया उम्र 78 वर्ष ने वर्ष 2016 में अपनी शादी के लिए अखबार में विज्ञापन दिया था, जिसे देखकर आशा शर्मा उर्फ आरती पिता इंद्राणी शर्मा उम्र 48 वर्ष निवासी सागर मध्यप्रदेश ने संपर्क किया था और उसी वर्ष सामुहिक विवाह में उनका विवाह हो गया था। विवाह के बाद महिला लगभग 1 साल तक उसके साथ रही फिर विश्वास हासिल कर जमीन के दस्तावेज छुडवाने एवं विभिन्न प्रकार के बहानेबाजी कर 13,69,000 / – रू नगदी सोने चांदी के आभूषण किमती करीबन 65000 रू
व उसके स्वामित्व के अल्टो कार क्रमांक सीजी 10 एएफ 1207 किमती करीबन 100000 रू कुल जुमला करीबन 1500000 रू को वर्ष 2017 में घोखाधड़ी कर लेकर फरार हो गई है। मामले में प्रार्थी द्वारा थाने में शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन आरोपियों के फरार होने से उन्हें पकड़ा नही जा रहा था, इसी दौरान पुलिस को महत्वपूर्ण लीड मिली जिसके आधार पर सरकंडा पुलिस ने मध्यप्रदेश में तलाश शुरू की और लुटेरी दुल्हन के दो साथियों को पकड़ने में कामयाबी मिली, जिनसे कार और कुछ नगदी को बरामद किया गया है। पकड़े गए दोनो आरोपी आशीष शर्मा उर्फ आशीष सिंह पिता सुभाष शर्मा उर्फ दिलीप सिंह उम्र 27 वर्ष और राहूल शर्मा उर्फ राहूल सिंह उर्फ ललित सिंह पिता सुभाष शर्मा उर्फ दिलीप सिंह उम्र 28 वर्ष आरोपी महिला के बेटे है। वही पतासाजी के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी महिला पहले ही धोखाधड़ी के मामले में राजस्थान पुलिस की गिरफ्त है। जिन्होंने बताया कि अब तक उन्होंने कई लोगो से धोखाधड़ी की है और शादियां की है। फ़िलहाल पुलिस मामले में और पूछताछ होने पर कई मामलों का खुलासा होने की संभावना जता रही है।