
एसईसीआर के साथ एसईसीएल की यह उपलब्धि बिलासपुर और पूरे संभाग के लिए गौरव का विषय है।

बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
बिलासपुर की पहचान एसईसीआर और एसईसीएल की वजह से है। एक तरफ जहां परिवहन के क्षेत्र में रेलवे इस बार भी सर्वाधिक आय देने वाला जोन रहा, तो वहीं एसईसीएल ने भी अपनी साख बरकरार रखी है। वित्तीय वर्ष 2018- 19 में नए कीर्तिमान स्थापित करते हुए इस बार एसईसीएल ने कोयला उत्पादन की सभी हदों को पार कर दिया है । एक वित्तीय वर्ष में 150 मिलियन टन से अधिक कोयला उत्पादन करने वाली पहली कंपनी एसईसीएल बन गई है। वित्तीय वर्ष 2018 19 में मिनी रत्न कंपनी एसईसीएल ने 157.35 मिलियन टन कोयला उत्पादन करते हुए नया रिकॉर्ड बनाया है। एसईसीएल ने खुद अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा है। यह उत्पादन पिछले उत्पादन की तुलना में 8.75 पतिशत अधिक है । इस बार भी कोल इंडिया की सभी सहायक कंपनियों में एसईसीएल नंबर वन पोजिशन पर कायम है।

कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प, कठिन हालात में भी कार्य करने की क्षमता की वजह से ही एसईसीएल ने इस लक्ष्य को हासिल किया है, इसलिए अपने सभी कर्मचारियों और अधिकारियों की प्रशंसा करते हुए एसईसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ए पी पंडा ने भविष्य में भी इसी जज्बे को कायम रखने की उम्मीद जताई है। एसईसीएल की कामयाबी को आप इस तरह भी समझ सकते हैं कि उसकी निकटतम प्रतिद्वंदी दूसरी और तीसरी कंपनियां एसईसीएल से 13 और 55 मिलियन टन पीछे रह गई। पिछले वित्तीय वर्ष में एसईसीएल ने गेवरा, दीपका, कुसमुंडा, सोहागपुर जैसे क्षेत्रों में कोयला उत्पादन का नया रिकॉर्ड बनाया है। कोयला उत्पादन के साथ-साथ एसईसीएल ने कोयले की गुणवत्ता का भी हमेशा से खास ख्याल रखा है, इसीलिए एसईसीएल की पहचान चोटी की सहायक कंपनियों में है । केवल कोयला उत्पादन ही नहीं बल्कि कोल ऑफटेक में भी एसईसीएल ने नई ऊंचाइयों को छुआ है। इसमें एक साल में ही 3.3% की बढ़ोतरी दर्ज करते हुए 156 मिलीयन टन कोल ऑफटेक किया गया है ।इसमें भी एसईसीएल ने नंबर वन पोजिशन दर्ज की है। ओवर बर्डन रिमूवल 183 .9 मिलियन क्यूबिक मीटर किया है। यह भी कोल इंडिया में सर्वाधिक है। कंपनी ने 150 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य 20 मार्च 2019 को ही पूरा कर लिया था। वहीं कोल ऑफटेक में भी 5.73 लाख टन कोल ऑफ़टेक 29 मार्च 2019 को हासिल किया गया। देश की अर्थव्यवस्था को समृद्ध करने के साथ सामाजिक सरोकार की दिशा में भी एसईसीएल ने हमेशा बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी निभाई है। एसईसीआर के साथ एसईसीएल की यह उपलब्धि बिलासपुर और पूरे संभाग के लिए गौरव का विषय है।
