
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर – कोरोना के ख़ौफ़ के बीच अब जिले में मलेरिया की दस्तक ने स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा दिया है। बताया जा रहा है बीते दिनों एक संदिग्ध बुजुर्ग की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग का ध्यान इस ओर आकर्षित हुआ। जहाँ सर्वे के बाद दो मलेरिया संक्रमित मरीज पाए गए है। हालांकि अब तक संदेही के मौत को लेकर अधिकारिक तौर पर पुष्टि नही हुई है। गौरतलब है कि कोरोनावायरस पर काबू पाने मौजूदा हालात में स्वास्थ्य विभाग का पूरा फोकस संक्रमण को रोकने में है। लिहाजा इस कार्य मे आधे से अधिक कमर्चारी लगे हुए,ऐसे में जिले में अन्य बीमारियों के रोकथाम के लिए चलाने वाले अभियान और सर्वे बंद हो चुके है। इसी बीच एक हफ्ते पहले ही कोटा ब्लॉक के ग्राम खसरिया के आश्रित गांव रिगवार में रहने वाले 65 वर्षीय वृद्ध की इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसका इलाज गनियारी के एक अस्पताल में किया जा रहा था। सूत्रों की माने तो वृद्ध को मलेरिया बुखार आ रहा था। इधर जिले में मलेरिया की दस्तक की आहट स्वास्थ्य विभाग को हुई। जिसके बाद विभाग के अफसरों ने ब्लॉक में सर्वे के काम के निर्देश दिए। जहाँ सर्वे के दौरान कोटा ब्लॉक के ग्राम रिगवार के 15 और 18 वर्षीय युवती सस्पेक्टेड मिली। जिन्हें जांच हेतु सिम्स हॉस्पिटल भेजा गया। जहाँ जांच के दौरान वह मलेरिया से ग्रसित पाई गई। जिनका उपचार अब सिम्स में ही किया जा रहा है।
संदिग्ध की मौत के बाद जागा विभाग,,सर्वे कर मच्छरदानियों का किया जा रहा वितरण..

कोटा ब्लॉक के ग्राम रिगवार में रहने वाले एक 65 वर्षीय बुजुर्ग की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद टूटी उन्होंने पूरे ब्लॉक में ही सर्वे करने के निर्देश दिए। जिसके तहत शुक्रवार को मलेरिया अधिकारियों की टीम कोटा ब्लाक के पुडु पंचायत पहुँची। जहाँ सर्वे टीम ने ग्रामीणों की जांच की लोगो को मेडिकेटेड मच्छरदानी के साथ ही दवा का वितरण किया।