
शायद पुलिस पर उठ रहे ऐसे ही सवालों की वजह से ही पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है और सामान्य चोरी से अधिक सतर्कता , जांच को लेकर बरत रही है

बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
इन दिनों आदर्श आचार संहिता लागू होने की वजह से भले ही कोई आम आदमी 50,000 रुपये से अधिक की रकम लेकर कहीं भी आ जा नहीं सकता, ऐसा करते वह पुलिस की निगाह में आ जाता है, लेकिन शायद यह नियम चोरों पर लागू नहीं है। तभी तो वे बेखौफ ,बेखटके आधी रात को दो लाख रुपए चुरा कर आराम से गायब हो जाते हैं और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगती। जी हां बिलासपुर के सबसे व्यस्ततम इलाकों में से एक मिशन अस्पताल रोड सिम्स चौक के पास स्थित रोहरा ऑटो एजेंसी में चोरी की घटना हुई ,लेकिन पुलिस इससे बिल्कुल अनभिज्ञ दिखी। शनिवार को चेट्रीचंड का पर्व होने की वजह से रोहरा ऑटो एजेंसी के संचालक रोहरा बंधु व्यस्त थे और इसी व्यस्तता के बीच रविवार को भी उन्होंने कुछ देर के लिए दुकान खोला था और आपाधापी की वजह से दुकान के गल्ले में ही दो लाख रुपए छोड़ दिया था। इससे पहले भी कुछ मौके पर गल्ले में वे बड़ी रकम भी छोड़ चुके थे। सोमवार सुबह दुकान के संचालक मनीष रोहरा ने जब दुकान का शटर खोला तो उनके होश उड़ गए। दुकान में सामान इधर-उधर बिखरे पड़े थे और गल्ले का लॉक टूटा हुआ था उन्हें यह समझते एक पल नहीं लगा कि उनकी दुकान में चोरी हो चुकी है। डरते डरते उन्होंने गल्ला खोल कर देखा तो उसमें रखे दो लाख रुपए गायब थे। फिर उन्होंने दुकान की अच्छे से तलाशी ली तो वे यह देखकर हैरान रह गए कि नगदी के अलावा दुकान से एक कील की भी चोरी नहीं हुई थी। जिस रात संजोग से उन्होंने दुकान में बड़ी रकम छोड़ी उसी रात चोरी का होना और सिर्फ नगदी का चोरी होना कई संदेहो को जन्म दे रहा है ।रविवार और सोमवार की दरमियानी रात मिशन अस्पताल रोड स्थित रोहरा ऑटो एजेंसी में चोर ऊपर की मंजिल में मौजूद दरवाजे को तोड़कर दुकान में घुसे। इस दुकान में महंगी साइकिल का कारोबार किया जाता है लेकिन चोर सिर्फ रकम लेकर गए उसके अलावा किसी और सामान में उन्होंने दिलचस्पी नहीं दिखाई ।

इस बड़ी चोरी के बाद दुकान के संचालक ने इसकी सूचना कोतवाली थाने को दी। कोतवाली पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम और डॉग स्क्वायड भी मौके पर पहुंचा और जांच करने लगा । चूँकि दुकान में सिर्फ नगद रकम की ही चोरी हुई थी और चोरों ने चोरी के लिए उसी रात को चुना जब दुकान के गल्ले में दो लाख रुपए की बड़ी रकम मौजूद थी, इसलिए माना जा रहा है कि चोर परिचित या फिर करीब का कोई व्यक्ति है। पुलिस और दुकान संचालकों का संदेह भी अपने कर्मचारियों पर है , इसलिए पुलिस दुकान के कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है।
वैसे इस मामले का खुलासा हो सकता था अगर दुकान में सीसीटीवी कैमरे लगे होते । पुलिस द्वारा लगातार सभी दुकान संचालकों को यह हिदायत दी जाती रही है कि वे अपने संस्थानों में सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे लगाए। रोहरा ऑटो एजेंसी में महंगी साइकिल बेची जाती है। बड़ा कारोबार होने के बावजूद दुकान में सीसीटीवी कैमरा का ना होना बड़ी चूक है और इसी का फायदा चोरों ने उठाया। फिलहाल तो पुलिस हवा में हाथ पैर मार रही है। शायद कर्मचारियों से पूछताछ से कोई सूत्र हाथ लगे जिससे पुलिस चोरों तक पहुंच सके ।

एक बार फिर बिलासपुर में हुई चोरी ने पुलिस गश्त की पोल खोल दी है । आचार संहिता लागू होने की वजह से पुलिस कड़ी सुरक्षा की बात करती है, लेकिन चोर आधी रात को बड़े आराम से आते हैं, दुकान का दरवाजा तोड़कर लाखों की रकम लेकर हवा में गुम हो जाते हैं, लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगती। शायद पुलिस पर उठ रहे ऐसे ही सवालों की वजह से ही पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है और सामान्य चोरी से अधिक सतर्कता , जांच को लेकर बरत रही है।