छत्तीसगढ़बिलासपुर

जब रेलवे स्टेशन में बंटने लगा आइसक्रीम ,तो लेने वालों में लग गई होड़

दान का मतलब तभी है कि आप दाएं हाथ से दान करें और बाएं हाथ को भी पता ना चले। अपने आप में यह दान अनोखा होने की वजह से पूरे रेलवे स्टेशन में चर्चा का विषय बना रहा

ठा. उदय सिंह

बिलासपुर रेलवे स्टेशन, आसपास के बड़े स्टेशनों में से एक है, लिहाजा यहां प्रतिदिन हजारों यात्रियों की आवाजाही तो रहती ही है साथ ही बेघर लोगों का भी स्टेशन आसरा बना हुआ है। सैकड़ों गरीब, विक्षिप्त, बेसहारा बच्चे बूढ़े मांगने वाले रेलवे स्टेशन और आसपास ठिकाना बनाए हुए हैं। यही वजह है कि जब किसी को कोई दान पुण्य करना होता है तो फिर गरीबों और जरूरतमंदों की तलाश में वे सीधे रेलवे स्टेशन पहुंच जाते हैं । आमतौर पर कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा यहां जरूरतमंद लोगों को भोजन, कपड़े कंबल आदि उपलब्ध कराए जाते हैं। लेकिन इस सोमवार को सुबह रेलवे स्टेशन में जो नजारे दिखे , वो अपने आप में खास होने की वजह से लोगों की दिलचस्पी जगा गया । करीब 9- 9:30 बजे के आसपास जिस वक्त साउथ बिहार एक्सप्रेस के आने का वक्त हो रहा था ,स्टेशन में यात्रियों की भीड़ बढ़ती जा रही थी। इसी दौरान अपने साथ आइसक्रीम के कार्टून लिए स्टेशन के प्रवेश द्वार के पास खड़ा एक शख्स नजर आया जो आने जाने वाले यात्रियों को मुफ्त में आइसक्रीम बांट रहा था ।एकबारगी तो मुफ्त में किसी के द्वारा आइसक्रीम दिए जाने पर यात्रियों ने उन्हें संदेह की नजर से देखा, लेकिन जब आइसक्रीम देने की वजह का पता चला तो फिर उन्होंने भी आइसक्रीम का स्वाद लेने से गुरेज नहीं किया ।

और सब ठंडी ठंडी मुफ्त की आइसक्रीम का स्वाद लेते दिखे। यहां बच्चों और गरीब जरूरतमंदों के साथ आम यात्रियों को भी आइसक्रीम बांटी गई ।आइसक्रीम बांटने वाले शख्स ने बताया कि उन्होंने पिछले दिनों किसी बात के लिए ईश्वर से मन्नत मांगी थी। और उनकी मन्नत पूरी होने की खुशी में उनके द्वारा आइसक्रीम बाटी जा रही है। किसी और जगह जाने पर शायद एक साथ इतने लोग नहीं मिलते इसलिए उन्होंने रेलवे स्टेशन का चयन किया । वैसे भारतीय परंपराओं में दान, पुण्य को हमेशा सर्वोच्च स्थान मिला है। मिल बांट कर चलने की प्रवृत्ति शास्त्रों से निकलकर आम जीवन तक पहुंच चुकी है । दान पुण्य के पीछे असल में यही भावना है कि अगर आप समर्थ है तो उनकी मदद जरूर करें जो सक्षम नहीं है। भोजन का दान इनमें सर्वोपरि माना जाता है, और भारतीय परंपराओं में किसी भूखे को भोजन कराना पुण्य कारी। रेलवे स्टेशन पर रोटी बैंक और अन्य सामाजिक संस्थाएं अक्सर लोगों को भोजन कराती है।

गरीबों को दो वक्त की रोटी तो मिल जाती है पर गर्मी के इस मौसम में उनका भी मन आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक के लिए ललचाता होगा। सोमवार को अचानक जब उन्हें मुफ्त में आइसक्रीम जैसी ठंडी और स्वदिष्ट चीज खाने को मिली तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। हालांकि आइसक्रीम बांटने वाले ने अपनी पहचान गुप्त रखी । वैसे भी दान का मतलब तभी है कि आप दाएं हाथ से दान करें और बाएं हाथ को भी पता ना चले। अपने आप में यह दान अनोखा होने की वजह से पूरे रेलवे स्टेशन में चर्चा का विषय बना रहा।

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