
निगम और राज्य शासन के बीच तालमेल बिगड़ा, जिस वजह से स्वच्छता अभियान को धक्का लगा और इसी कारण से बिलासपुर स्वच्छ सर्वेक्षण मैं नीचे की ओर खिसक गया
बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 की रैंकिंग जारी कर दी है। देशभर में छत्तीसगढ़ को ओवर प्रथम स्थान मिला है।यह प्रदेश के लिए गौरव का विषय है लेकिन अगर हम बात बिलासपुर की करें तो फिर पिछले कुछ महीनों में की गई कवायदो के बाद भी बिलासपुर की रैंकिंग निचे आयी है। जून 2018 में जारी स्वच्छ सर्वेक्षण में बिलासपुर को 22 वां स्थान मिला था तो वहीं नई सूची में बिलासपुर छह पायदान खिसक कर 28 स्थान तक जा पहुंचा है। देशभर में इंदौर सबसे साफ सुथरे शहर के रूप में उभरा है तो वही छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर को स्वच्छता सर्वेक्षण में दूसरा स्थान हासिल हुआ है। भिलाई ने भी इस सूची में बेहतर प्रदर्शन किया है। नई जारी सूची में अंबिकापुर को कुल 4394 अंक मिले हैं और वह देशभर में दूसरे नंबर पर है। भिलाई को 3929.48 अंक मिले हैं और देशभर में भिलाई 11 वीं पायदान पर है । 3616.57 अंक लेकर बिलासपुर देशभर में 28 वें पायदान पर है
।जगदलपुर 32, दुर्ग 33 राजनांदगांव 42 और रायगढ़ 43 वे स्थान पर है। राजधानी रायपुर की स्थिति बेहद खराब है रायपुर की रैंकिंग 41 है। बिलासपुर प्रदेश का तीसरा सबसे साफ सुथरा शहर है तो वहीं राजधानी रायपुर छठवां । लेकिन यह बिलासपुर के लिए गर्व करने का विषय नहीं है। पिछली रैंकिंग में बिलासपुर को 22 वा स्थान मिला था और उसके बाद से इसे और बेहतर करने के दावे किए जा रहे थे। पिछले दिनों हमर बिलासपुर सुग्घर बिलासपुर योजना भी चलाई गई। लेकिन चुनाव में सत्ता परिवर्तन के असर से निगम और राज्य शासन के बीच तालमेल बिगड़ा, जिस वजह से स्वच्छता अभियान को धक्का लगा और इसी कारण से बिलासपुर स्वच्छ सर्वेक्षण मैं नीचे की ओर खिसक गया। वैसे कुछ समय पहले जारी स्मार्ट सिटी की सूची में भी बिलासपुर 90 स्थान तक जा पहुंचा था यानी कागजों में जो दावे किए जाते हैं उसकी हकीकत वैसी है नहीं जैसे बताने की कोशिश की जाती है। लिहाजा बिलासपुर के कर्ताधर्ताओं को अभी और बेहतर करने की जरूरत है।