
उदय सिंह
मस्तूरी – पुलिस का नाम लेते ही लोगों के चेहरे के रंग बदल जाते हैं। पुलिस की गाड़ी के सायरन सुन कान खड़े हो जाते हैं। वही बिलासपुर जिले में पुलिस की गाड़ी में सायरन की जगह एक बार फिर से किलकारी गूंजी है। छत्तीसगढ़ राज्य में वर्षो पहले शुरू हुई इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल की सुविधा ने वाकई मायने में लोगों को सुरक्षित महसूस करा रखा है, जिसका ताजा उदाहरण एक ग्रामीण क्षेत्र में देखने को मिला है। मंगलवार को मस्तूरी क्षेत्र से डायल 112 को लेबर पेन से तड़पती एक महिला का फोन आया।
कंट्रोल रूम ने तत्काल महिला की लोकेशन ट्रैक करते हुए, मस्तूरी इगल -1 टीम के डायल-112 आरक्षक 1289 जयंत यादव चालक रामकुमार मौके पर पहुंचे जहां परिजनों और प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिला और मितानिन को लेकर हॉस्पिटल के लिए रवाना हुए। रास्ते में महिला का लेबर पेन काफी बढ़ गया और उसने गाड़ी में ही एक स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दिया। पुलिस की गाड़ी में किलकारी गूंजते ही गाड़ी चालक और पुलिस जवान ने राहत की सांस ली और बच्चे एवं प्रसूता को प्राथमिक उपचार एवं स्वास्थ्य लाभ हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया। इधर प्रसूता महिला और उनके परिजनों ने डॉयल-112 एवं बिलासपुर पुलिस के इस कार्यप्रणाली की सराहना की है। उन्होंने 112 पुलिस टीम के प्रति आभार व्यक्त किया है।