
रमेश राजपूत
बिलासपुर- हैदराबाद में महिला डॉक्टर से हैवानियत के बाद हत्या के मामले में अभियुक्तों के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने की खबर ने पुलिस प्रशासन के प्रति भरोसा बढ़ा दिया है। भले ही यह कर दिखाया है हैदराबाद की पुलिस ने लेकिन यह अदद सबक तो पूरे देश के ऐसी मानसिकता रखने वालों के लिए है, जो नारी को भोग की वस्तु समझते है, उन्होंने सम्मान की की दृष्टी से नही देखते, हवस उनकी मानसिकता पर हावी रहता है। इस घटना में भले ही पीड़िता को न्याय नही मिला हो लेकिन यह एक तरह का न्याय ही माना जा रहा है, पूरे देश मे इस घटना को लेकर जिस तरह का आक्रोश था, उसके प्रतिकूल ऐसे ही न्याय की जरूरत थी, पुलिस प्रशासन को अपने जेब मे और न्यायपालिका को झूठे दलीलों में फ़साने वालो के लिए यह चेतावनी है, कि आज भी पुलिस प्रशासन लोगो की सुरक्षा के लिए मौजूद है।
शुक्रवार को जब इस एनकाउंटर की खबर सामने आई तो पूरे देश मे हैदराबाद पुलिस के इस निर्णय को सहज ही स्वीकार करते हुए लोगों ने इसे सही माना और ऐसे ही न्याय की जरूरत जाहिर की। न्यायधानी बिलासपुर में भी बिलासपुर नागरिक फोरम और मानव अधिकार संगठन की महिलाओ ने पुलिस प्रशासन का आभार जताते हुए उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया और पुलिस जवानों को मिठाई खिलाकर अपनी खुशी जाहिर की। इस दौरान फोरम की महिला उपाध्यक्ष बुला विश्वास, अनुराधा चटर्जी,सरिता खाण्डेकर,भावना पाण्डेय, अदालत दिवाकर, सीता शर्मा, गौरव शर्मा, त्रिमणी टंडन, कन्हैया लाल खाण्डेकर, संतोष टंडन, राकेश सहित सदस्यगण उपस्थित रहे।