
जांजगीर-चाँपा देवेंद्र निराला
जांजगीर – जांजगीर जिले के अंतर्गत 23 अक्टूबर को बाराद्वार स्थित रायपुरा में हुए डकैती की गुत्थी को स्थानीय पुलिस ने सुलझा लिया है। मामले में वारदात को अंजाम देने वाले 7 आरोपियों के साथ करीब 9 लाख 87 हजार के क़ीमती नगद और समान जब्त किया है। मामले का खुलासा करते हुए एसपी पारूल माथुर ने बताया की 23 अक्टूबर को रायपुरा भाठापारा निवासी इतवारी कुर्रे अपने परिवार के साथ सोया हुआ था। रात करीब 11.30 बजे एक चारपहिया वाहन में 7 लोग आर्मी वाले ड्रेस में अपने आप को क्राइम ब्रांच वाले बताते हुए तुम लोग शराब बेचते हो करके घर वालों से पूछताछ करने लगे और परिवार के दो सदस्यों को गाड़ी में बिठाकर कार लॉक कर दिया।
रिवाल्वर की नोक पर घर में घुसे और घर में रखे डेढ़ लाख रुपए नगदी, दो लाख रुपए के जेवर मिलाकर 3.5 लाख की डकैती कर भाग निकले थे। उक्त मामले में संलिप्त एक आरोपी मत्ती रात्रे को पहले संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ कर जा रही थी। काफी मशक्कत के बाद उसने राज खोल दिया। जिसके बलबूते पुलिस ने डकैती कि घटना को अंजाम देने वाले सभी 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एक देसी कटटा, 47 हजार नगद और 1 लाख के सोने – चांदी के जेवर और वारदात में प्रयुक्त टाटा सफारी वाहन सहित 9 लाख 87 हजार रूपए का माल बरामद किया है।
इन आरोपियों ने दिया था घटना को अंजाम..
1. मत्ती रात्रे पिता स्व. मोहन लाल 32 मालखरौदा
2. पुष्पेंद्र सोनवानी पिता दूजेराम 35 छोटे सीपत
3. ओमप्रकाश बर्मन पिता पालू राम 28 सपिया
4. अजय कश्यप पिता बलदाऊ 23 मरघट्टी
5. तुलेश यादव पिता परमानंद 22 मरघट्टी
6. सतीष कुर्रे पिता पीतांबर 23 रनपोटा
7. टेकचंद चंद्रा पिता खीकराम 23 लखुर्री
अन्य वारदातों को लेकर पहले भी जेल की हवा खा चुके है सरगना….
डकैती के वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों में मुख्य आरोपी मत्ती रात्रे ने ही घटना का प्लान तैयार कर अपने साथियों के साथ उसे अंजाम दिया था। जब पुलिस ने उसके रिकॉर्ड खांगले तो पता चला कि मत्ती रात्रे आदतन बदमाश है।
जो हत्या, लूट और एनडीपीएस एक्ट के मामले में ओडीसा, मलकान गिरी और डभरा लूट सहित अन्य कई मामलों का आरोपित रह चुका है और जेल की हवा खा चुका है।