
भुवनेश्वर बंजारे
बिलासपुर- मोबाइल चोरी कर प्रार्थी के यूपीआई ऐप से लाखो रुपए हजम करने वाले दो शातिर चोरों को सिविल लाइन पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। जिनके कब्जे से 22 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। मामले में सिविल लाइन पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया की अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर शातिर चोर गिरोह के रूप में काम करते हैं। मिली जानकारी के अनुसार 9 नवंबर को सरकंडा निवासी मुकेश दुबे ने सिविल लाइन थाने में 24 अक्टूबर को बृहस्पति बाजार से मोबाइल चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई थी। जहा उन्होंने बताया की 24 अक्टूबर को मोबाइल चोरी होने के बाद चोरों ने उनके मोबाइल पर चल रहे फोन पे का उपयोग कर उनके खाते से तीन लाख 85 हजार रुपए अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए। साथ ही सदर बाजार स्थित सोनी हिम्मतलाल – खुशालमाई ज्वेलरी शाप में जाकर 90 हजार रूपए का सोने की चेन खरीद ली। मामले में सिविल लाइन पुलिस ने ज्वेलरी शाप में लगे सीसीटीवी फुटेज के सहारे युवकों की तलाश शुरू की।

जहां साइबर सेल से पता चला की झारखण्ड निवासी भोला कुमार उर्फ टाइगर नोनिया और गौतम कुमार मोबाइल चोरी करने की फिराक में बृहस्पति बाजार में घूम रहे थे। जहा से सिविल लाइन पुलिस ने दोनो आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया। जिनके कब्जें से प्रदेश के अलग अलग हिस्सों से चोरी की गई 22 मोबाईल जब्त कर ली गई है वही पुलिसिया पूछताछ में पता चला कि युवक प्रदेश के अलग-अलग जिलों में घूमकर मोबाइल चोरी करते थे। इसके बाद चोरी के मोबाइल को दूसरे राज्यों में बेच देते थे। उन्होंने बताया की वह चोरी किए मोबाइल पर यूआई पिन री सेट कर प्रार्थी के बैंक एकाउंट से पैसे ट्रांसफर कर लेते है। यही नहीं वह यह सारा काम अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर गिरोह की तरह काम करते है। फिलहाल इस मामले में पुलिस गिरोह के अन्य आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।