
सोमवार को परिणाम घोषित होने के बाद खुशी के घर लोग बधाई देने पहुंचने लगे, वहीं कोटा में होने की वजह से शिवम अग्रवाल से संपर्क नहीं हो पाया
बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
सोमवार दोपहर को सी बी एस ई बोर्ड दसवीं के परिणाम घोषित कर दिए गए। इस बार इस महत्वपूर्ण परीक्षा में 91.1% स्टूडेंट सफल हुए हैं। इस बार भी लड़कियों ने बाजी मारी है। लड़कियों की सफलता का प्रतिशत 92 .45 पर्सेंट रहा तो वही लड़कों में 90.14% और ट्रांसजेंडर में 94.74 परसेंटेज परीक्षार्थियों ने सफलता प्राप्त की है। इस साल इस महत्वपूर्ण परीक्षा में 17 लाख 61,078 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी जिसमें से 16 लाख 4,428 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इस बार परीक्षा परिणाम बेहतर आए हैं और सफल होने वाले परीक्षार्थियों में 4.4% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
बिलासपुर जिले के शिवम अग्रवाल 98.8% अंक हासिल करते हुए जिले में प्रथम स्थान पर आये है। शिवम के पिता खरसिया में व्यापारी है और शिवम जैन इंटरनेशनल स्कूल बिलासपुर का छात्र है। वर्तमान में शिवम कोटा में कोचिंग कर रहा है ।वहीं डीपू पारा में रहने वाली डी खुशी 97.4% अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है । खुशी के पिता डी एम राव रेलवे स्टेशन मास्टर है। वही खुशी अपनी मां डी सरिता से भी प्रभावित है। इस सफलता के लिए दी खुशी ने लगातार मेहनत और एकाग्रता को वजह बताया।
खुशी ने परीक्षा की तैयारी में चैप्टर बेसिक पढ़ाई की। उसने इस परीक्षा को एक चैलेंज की तरह स्वीकार किया था और बिना गाइड के ही उसने तैयारी की। खुशी का मानना है कि कोई भी विद्यार्थी अगर कांसेप्ट को पहले समझ ले तो फिर पढ़ाई बेहद आसान हो जाती है । ख़ुशी स्कूल जाने के पहले 1 घंटे पढ़ाई करती थी स्कूल के बाद दोपहर 2 से 3 घंटे खुशी ने लगातार पढ़ाई की । खुशी का कहना है कि इस सफलता के पीछे उनके पेरेंट्स की महत्वपूर्ण भूमिका है, जिन्होंने उसे हर मौके पर प्रोत्साहित किया। डी खुशी की मम्मी सरिता ने उससे बेस्ट स्कोर चाहा था, जिसे उसने पूरा किया। बिलासपुर की खुशी कृष्णा पब्लिक स्कूल कोनी की स्टूडेंट है जो अभी से यूपीएससी की तैयारी कर रही है क्योंकि खुशी भविष्य में एक आईएएस अफसर बनना चाहती है। 10th के बाद खुशी फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथ लेकर पढ़ाई करेगी। सोमवार को घोषित परीक्षा परिणाम में खुशी को मैथ में 95, साइंस में 97, हिस्ट्री में 98 , इंग्लिश में 97 और सोशल साइंस में 100 अंक मिले हैं। इस सफलता के बाद खुशी की खुशी का ठिकाना नहीं है तो वहीं उसके अभिभावक भी फूले नहीं समा रहे है। सोमवार को परिणाम घोषित होने के बाद खुशी के घर लोग बधाई देने पहुंचने लगे, वहीं कोटा में होने की वजह से शिवम अग्रवाल से संपर्क नहीं हो पाया।