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एक संदेही को पकड़ने और उससे पूछताछ करने पर जो खुलासे हुए उससे पुलिस की भी आंखें फैल गई। पुलिस को भी यकीन नहीं था कि मामूली सा दिखने वाले इस शख्स के कारनामे इतने बड़े हो सकते हैं। बिलासपुर में लगातार हो रही चोरियों से पुलिस भी हैरान परेशान थी। इसलिए लगातार चोरों पर निगाह रखी जा रही थी। पुलिस लगातार संदेहिओ और सीसीटीवी फुटेज पर नजर बनाए हुए थी। इसी दौरान एक बार फिर चोरी की घटना को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे संदेही चोर पुलिस के हाथ लग गया। गश्ती टीम ने जब पूछताछ के लिए हिरासत में लिया तो वह गोलमोल जब देने लगा मगर यह संजोग की बात थी कि चोर चोरी में प्रयोग होने वाले औजारों के साथ सरकंडा पुलिस के हाथ लग गया था, इसलिए उसका झूठ चल नहीं पाया। पता चला कि बिलासा चौक, बिलासपुर में रहने वाला नीरज यादव पिछले 6-7 सालों से पुणे के भीमा कोरेगांव में रह रहा था । लंबे वक्त से बिलासपुर में किए गए चोरी के माल को पुणे में ले जाकर बेचता था। एक बार फिर वह चोरी की फिराक में बिलासपुर पहुंचा था लेकिन इस बार उसकी किस्मत अच्छी नहीं थी। पुलिस यह जानकर हैरान रह गई की चोरी से नीरज यादव की कमाई इतनी हुआ करती थी कि वह बिलासपुर रेकी करने के लिए पुणे से बिलासपुर फ्लाइट से आना जाना किया करता था। पूछताछ के दौरान नीरज ने उन सर्राफा व्यापारियों के भी नाम उगल दिए जो उससे चोरी का माल खरीदा करते थे। जानकारी होते ही पुलिस की एक टीम पुणे पहुंची जहां भीमा कोरेगांव में चोरी का माल खरीदने वाले सर्राफा व्यापारी संतोष कोलेकर को उसके दुकान जय श्री ज्वेलर्स से पकड़ा गया। संतोष के पास से 80 ग्राम सोने के जेवर तथा डेढ़ किलो चांदी के जेवर पुलिस ने बरामद कर ली। संतोष कोलेकर ने पूछताछ में बताया कि वह नीरज यादव से चोरी के गहने लंबे वक्त से खरीद रहा था और यही जेवर वह पुणे स्थित एस् जे रिफाइनरी के संचालक संभाजी जाधव को बाजार मूल्य से कम कीमत पर बेचा करता था।

पुलिस ने बिना एक पल गवाये एस जे रिफाइनरी पर भी धावा बोला। जहां कस्तूरी चौक रविवार पेठ थाना पुणे निवासी संभाजी जाधव पुलिस के हाथ लग गया। बताया जा रहा है कि संतोष कोलेकर से लगभग 620 ग्राम सोने के जेवर और लगभग 1 किलो चांदी के जेवर खरीद कर उसे गला कर छिपा कर रखा था। पुलिस ने आरोपी के पास से 621 ग्राम सोना तथा चांदी के गले हुए 963 ग्राम गजनी बट्टा बरामद किया है । जिसकी कीमत 25 लाख रुपए बताई जा रही है ।जब पुलिस कार्यवाही कर रही थी तो उस दौरान पुणे के सर्राफा व्यापारियों ने उन पर दबाव बनाने की भी कोशिश की और कोर्ट तक कोहराम मचाया लेकिन पुलिस के आगे उनकी एक नहीं चल पाई। इस तरह एक अंतरराज्यीय चोर गिरोह पुलिस के हाथ लग गया। नीरज यादव से पूछताछ में चोरी के 14 मामलों का खुलासा हुआ है और इनके पास से करीब 31 लाख रुपए के सोने और चांदी के जेवर पुलिस ने बरामद किए हैं । नीरज यादव किसी अमीर की तरह विलासिता पूर्ण जिंदगी का आदी हो चुका था लिहाजा वह बिलासपुर में चोरी करने के लिए भी फ्लाइट से आना जाना किया करता था। उसके ठाठ और लाइफस्टाइल से किसी को अंदाजा तक नहीं होता था कि वह एक शातिर चोर है । वह बिलासपुर से चोरी कर चोरी के आभूषणों को पुणे में खपा का था इसलिए पुलिस को भी इसकी भनक तक नहीं लग पा रही थी। अगर संजोग से नीरज यादव नहीं पकड़ा जाता तो फिर इतने बड़े मामले का खुलासा भी मुमकिन नहीं था। पुलिस ने बुधवार को चोर निरज यादव के साथ चोरी का सामान खरीदने वाले दो खरीदारों को भी मीडिया के सामने पेश करते हुए घटना की सिलसिलेवार जानकारी दी।
