
उदय सिंह
मस्तुरी– निजात अभियान को लेकर भले ही स्थानीय पुलिस अपनी हाथ से ही अपनी पीठ थपथपा ले,लेकिन क्राइम का बढ़ता ग्राफ वह आइना है। जो अब मस्तुरी पुलिस कि कार्य प्रणाली कि वह हकीकत बयां कर रही है जिसका दर्द मस्तूरी क्षेत्र के लोगों के दिलों से बाहर निकल रहा है..! हम बात कर रहे है। खाकी के साए के बीच सुरक्षा व्यवस्था पर लग रहे बारंबार सेंध कि.! मस्तुरी पुलिस प्रशासन भले ही सुरक्षा के लाख दावे करे, लेकिन चोरों के बढ़े हौसले से उनके दावे खोखले ही साबित हो रहे हैं। जहा मस्तुरी पुलिस के दावों के बीच अपने खून पसीने की कमाई से लिए पूंजी को गवाने ग्रामीण मजबूर है। बात चोरी तक ही नही सिमट रही है। उक्त क्षेत्र में होने वाली चोरी के मामलों में अधिकांश प्रकरण पर कोई नतीजा ही नहीं निकल पाता है.! यानी कि एक बार अगर किसी की सामान चोरी हो गई तो उसे वापस मिलने की कोई उम्मीद ही नहीं होती है,, क्षेत्र में सिलसिलेवार हो रही चोरी के बीच दो नए प्रकरण भी सामने आए है,पहला मामला जोधरा रोड का सामने आया है। जहां अपने गांव आए पटवारी की बाइक चंद मिनटों में ही चोरी हो गई है। जिसकी लिखित शिक़ायत सरकंडा निवासी पवन कुमार चौबे ने मस्तुरी थाने में दर्ज कराई है। जहां उन्होने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को वह अपने बाइक क्रमांक CG-10-AK-3422 से अपने खेत को देखने आया था। जहा जोधरा रोड के पास लखन श्रीवास के घर के सामने खड़ा करके खेत गया हुआ था। जहा से लौट के बाद उन्होंने देखा की उनकी बाइक वहा नही थी। बहुत खोजबीन के बाद भी उनके बाइक का पता नही चला। जिसके बाद उन्होंने घटना की शिक़ायत थाने में दर्ज कराई है। इसी तरह ग्राम पेड्री में लग रहे जियो कंपनी के टावर के समान पर बीते दिनों चोरों ने अपना हाथ साफ करते हुए पाटर्स 56 नग लोहे का पाटर्स पाईप,एंगल,बोल्ट,प्लेट फार्म और अन्य सामान को लेकर रफूचक्कर हो गए। जिसकी लिखित शिक़ायत निर्माता कंपनी के कर्मचारी राजेंद्र सिंह ने मस्तुरी थाने में दर्ज कराया है। इन मामलों से यह तो साफ है कि मस्तुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थानीय पुलिस का खौफ है ही नही,, तभी तो पुलिस के नाक के नीचे चोर खुलेआम बड़ी बड़ी चोरी को अंजाम दे रहे है और मस्तुरी पुलिस निजात अभियान के तहत वाहवाही बटोरने में लगी हुई है। मस्तुरी में गिरती कानून व्यवस्था का आलम अब यह है कि लोग अपने सामनो कि रक्षा चौकीदार की तरह कर रहे है। उसमे भी चंद मिनटों में ध्यान हटते ही चोर गिरोह घटना को अंजाम देकर रफूचक्कर हो जाते है। स्थानीय लोगों का कहना है कि चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। इसके बावजूद न तो पुलिस इलाके में गश्त लगाती है और न ही चोरों को सलाखों के पीछे ही भेजती है। सिर्फ प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस खानापूर्ति ही कर रही है, जिसका फायदा चोर उठा रहे हैं।