
जुगनू तंबोली
बिलासपुर – यूं तो रतनपुर युगों की पुरातन धार्मिक नगरी है और यहाँ का इतिहास काफी रोचक रहा है। यंहा से कई ऐसी सख्शियते निकली है जिन्होंने देश प्रदेश में इस नगर को गौरवान्वित किया है।
एक बार पुनः रतनपुर के इतिहास में एक और नाम हमेशा के लिए दर्ज हो गया। करैहापारा के एक तम्बोली परिवार के होनहार अभिषेक तम्बोली ने गत वर्ष हुई छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की परीक्षा उतीर्ण कर डिप्टी कलेक्टर बना। 3 जुलाई 1995 को श्री पुरुषोत्तम तम्बोली के यंहा जन्मे इस होनहार लड़के ने अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए सालों निरन्तर घण्टो पढ़ाई की। इसके पूर्व में भी 2 वर्ष पूर्व पीएससी की ही परीक्षा में पास होकर महा लेखाधिकारी के पद पर चयनित हुए थे लेकिन उनका टारगेट तो केवल और केवल अपने पिता के सपने के अनुरूप डिप्टी कलेक्टर के पद को पाना था,
महा लेखाधिकारी के पद पर रहते हुए भी अभिषेक ने अपने लक्ष्य को पाने के लिए लगातार मेहनत जारी रखी और अंततः मेहनत का फल डिप्टी कलेक्टर के रूप में मिला।
एक सामान्य सा दिखने वाला लड़का अभिषेक जिसकी प्रारंभिक पढ़ाई रतनपुर में ही हुई बचपन से ही इस होनहार लड़के में कुछ कर गुजरने की ललक दिखलाई पड़ती थी।रतनपुर का तम्बोली परिवार वैसे भी आज के इस अलगाव वाले युग मे 50 से अधिक सदस्यों के एक साथ रहने के लिए नगर में मशहूर है। परिवार के मुखिया रिटायर्ड शिक्षक शिव प्रसाद तम्बोली ने जिस तरह अपने परिवार को आज तक एक छत के नीचे सँजोये रखा है ये भी आज के दौर में एक मिसाल है ऐसे ही परिवार के एक सामान्य से लड़के ने रतनपुर नगर का नाम पुनः देश प्रदेश में रौशन किया है।अभिषेक के डिप्टी कलेक्टर बनने पर परिवार सहित नगर और इष्ट मित्रों में खुशी का माहौल है और सब उसकी इस सफलता पर प्रशंसा कर रहे है और बधाई दे रहे है।