
परीक्षा के परिणाम जिंदगी के लिए सब कुछ नहीं है, इसलिए परिणामों से नाखुश विद्यार्थी आत्मघाती कदम ना उठाएं बल्कि भविष्य के लिए बेहतर तैयारी करें
सत्याग्रह डेस्क
10वीं और 12वीं बोर्ड के नतीजे आने के बाद असफल या असंतुष्ट छात्र-छात्राओं के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने नोटिफिकेशन जारी किया है। ऐसे छात्र 15 दिनों के भीतर पुनर्मूल्यांकन अथवा पुनर्गणना और उत्तर पुस्तिकाओं की छाया प्रति प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं । माध्यमिक शिक्षा मंडल ने भले ही छात्र-छात्राओं को ऐसा अवसर दिया है, लेकिन परीक्षा परिणाम आने के बाद हर बार की तरह असफल छात्र मौत को गले लगा रहे हैं। इस बार दसवीं और बारहवीं बोर्ड की परीक्षा में मुंगेली जिले के छात्र छात्राओं ने टॉप टेन में जगह बनाया। इसके बाद पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल था ,लेकिन परीक्षा परिणाम आने के एक दिन बाद ही एक बुरी खबर भी निकल कर आई। जिले के एक स्कूल के 12वीं कक्षा के छात्र ने परीक्षा में फेल होने के कारण आत्महत्या कर ली ।
मामला मुंगेली जिले के जरहागांव थाना क्षेत्र के धर्मपुरा गांव का है यहां पैरों से विकलांग छात्र लेख राम साहू ने फेल होने के बाद फांसी लगा ली। बी आर साव हाई स्कूल में कृषि संकाय अंतर्गत लेख राम 12वीं कक्षा का छात्र था। इस बार घोषित परिणामों में वह असफल हो गया। जिसके बाद उसने रात में घर में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। घटना की जानकारी परिजनों को सुबह हुई । घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसके जेब से एक सुसाइड नोट बरामद किया, जिसमें उसने मौत की वजह बताते हुए लिखा था कि एक लड़की के प्रेम जाल में फस कर वह पूरी तरह बर्बाद हो गया था। उसी लड़की की वजह से पढ़ाई में ध्यान नहीं दे पाया और इसी कारण परीक्षा में फेल हो गया।
अपनी असफलता से नाराज लेखराम ने खुद को सजा दी और अपनी जान ले ली। इस घटना से प्रशासन भी हरकत में आ गया है । घटना की जानकारी होने के बाद जिले के कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे और एसपी चैन दास टंडन ने विद्यार्थियों से अपील करते हुए कहा कि परीक्षा के परिणाम जिंदगी के लिए सब कुछ नहीं है, इसलिए परिणामों से नाखुश विद्यार्थी आत्मघाती कदम ना उठाएं बल्कि भविष्य के लिए बेहतर तैयारी करें ।