
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर– लॉक डाउन के चलते आर्थिक तंगी का सामना कर रहे पब्लिक सर्विस से जुड़े वाहन चालकों की हालत खस्ताहाल हो चुकी है। लाखो के कर्ज में दबे टैक्सी संचालक और चालक अब लॉक डाउन के चौथे खेप को सहने अक्षम हो चुके है। लिहाज़ा अब जिला प्रशासन से उन्होंने न्याय की गुहार लगाई है। सोमवार को ओला कंपनी के माध्यम से शहर की परिवहन व्यवस्था को दुरुस्त करने वाले टैक्सी चालकों ने जिला कलेक्ट्रेट पहुँच, आर्थिक मदद की गुहार लगाई है। फिलहाल जिला प्रशासन ने लॉक डाउन 4.0 में सार्वजनिक टैक्सी सर्विसेस को अनुमति नही दी है। ऐसे में उनके पास अपने परिवार के भरण पोषण के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम राज्य सरकार और जिला प्रशासन से यह अनुरोध किया है, कि वह शहर में टैक्सी परिवहन की अनुमति दे या फिर उनके आर्थिक स्थिति को ठीक करने कोई वैकल्पिक निर्णय ले। नही तो उनके सामने भूखे मरने के सिवाय कोई रास्ता नही बचेगा। ज्ञापन देने पहुँचे टैक्सी चालकों ने बताया कि ओला टैक्सी सर्विस में बिलासपुर के कुल 300 टैक्सी संचालित हो रही है। जिनके पहिए बीते डेढ़ महीने से लॉक डाउन के वजह से रुके हुए है। जिसके बाद से अब तक उनके पास कोई भी मदद नही पहुँच सकी है। ऐसे में आगामी माह से बैंको द्वारा गाड़ियों की किश्त भी लेने की बात सामने आ रही है। अगर जल्द ही इस ओर कोई निर्णय नही लिया गया तो बेबस इन टैक्सी चालकों के पास से संसाधन के साथ एक मात्र व्यवसाय भी छीन जाएगा।
आर्थिक तंगी ना बन जाए मौत की वजह!

वर्तमान में, आवश्यक सेवाओं के बिना सड़क पर टैक्सी-रिक्शा की अनुमति नहीं है। अब इन ड्राइवरों के लिए दिन में दो समय का भोजन खर्च जुटा पाना भी मुश्किल हो गया है। ऐसे में अगर राज्य सरकार समय पर रिक्शा और टैक्सी चालकों पर ध्यान नहीं देती है, तो संभावना है कि वे किसानों की तरह आत्महत्या करेंगे।
अन्य प्रान्तों में दी गई है अनुमति..
ओला कैब टैक्सी सर्विसेस में सालो से बिलासपुर में काम कर रहे मैनेजर ने जानकारी देते हुए बताया कि देश में लॉक डाउन के बाद भी रेड जॉन एरिया में इमरजेंसी सेवाओ में सशर्त ओल कैब के संचालन की अनुमति दी गई है। इसके अलावा यल्लो और ग्रीन जॉन में सिटी टैक्सी बुकिंग करने की छूट देश के विभिन्न राज्यो में दी गई है।