रमेश राजपूत
बिलासपुर – नौकरी लगाने के नाम पर करोड़ो की ठगी करने वाले 4 आरोपियो को बिलासपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जो संगठित तौर पर राज्य के अलग अलग जिलो के बेराजगार युवको को पीडब्लूडी, पुलिस विभाग, जेल विभाग, पीएचई विभाग, वन विभाग, शिक्षा विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर लगभग दो दर्जन से अधिक युवक-युवतियों से ठगी को अंजाम दे चुके है। गौरतलब है कि सिविल लाईन पुलिस को सूचना मिली कि कपिल गोस्वामी एंव उसके साथी कुछ बेराजगार लड़को से नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र तैयार कर पैसा लेकर ठगी कर रहे है। उक्त सूचना पर तत्काल पुलिस अधीक्षक द्वारा आरोपियो तथा घटना के संबंध में पतासाजी हेतु अति पुलिस अधीक्षक शहर के पर्यवेक्षण तथा नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। टीम द्वारा पतासाजी किये जाने पर प्रार्थी गोविन्द चंद्रा पिता जतीराम चंद्रा उम्र 35 साल नि भातमाहूल थाना हसौद, नंद कुमार शांडिल्य पिता दुर्गा प्रसाद शांडिल्य उम्र 28 साल नि ध्रुवाकारी थाना पचपेड़ी, नितीश कुमार भारद्वाज पिता देवेन्द्र कुमार भारद्वाज उम्र 34 साल निवासी ध्रुवाकारी थाना पचपेड़ी मिलेे, जो कि कपिल गोस्वामी एवं उसके साथी गुरू शंकर दिव्य, ईश्वर चौहान एवं अन्य को लगभग 22 लाख रूपये पृथक पृथक देना बताये। प्रार्थीयो की रिपेार्ट पर धोखाधड़ी, कूटरचना एवं संगठित अपराध की धाराओं में कुल 04 प्रकरण पंजीबध्द किये गये। इसी दौरान आरोपियो की गिरफ्तारी के लिए रेड कार्यवाही की गई। आरोपी कपिल गोस्वामी तथा गुरू शंकर दिव्य, पुरूषोत्तम तिवारी तथा राजेन्द्र पलांगे अपने निवास पर मिले। जिन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। आरापियो के पास से प्रार्थीयो के नाम से बने फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र, फर्जी सेवा पुस्तिका, अलग अलग शासकीय विभागो की सील मुहर एवं जेल प्रहरी की वर्दी बरामद कर जप्त कर आरोपियो से विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
आरोपियो का तरीका वारदात:-
मुख्य आरोपी कपिल गोस्वामी अपने साथी सरपंच प्रतिनिधी ईश्वर चौहान, तथाकथित पत्रकार गुरू दिव्यशंकर, राजेश पलांगे के साथ मिलकर शासकीय नौकरी की चाह रखने वाले बेरोजगार युवको की पहचान करते थे और उन्हें शासकीय नौकरी लगाने का प्रलोभन देते थे। सरपंच प्रतिनिधी ईश्वर चौहान, तथाकथित पत्रकार गुरू दिव्यशंकर, राजेश पलांगे एवं अन्य साथी बेरोजगार युवको केा इस बात का भरोसा दिलाते थे कि कपिल गोस्वामी का संपर्क सभी शासकीय विभागो में है। कपिल गोस्वामी महंगी गाड़ी इनोवा में ड्रायवर एवं बाॅडीगार्ड के साथ घूमता था। जब बेरोजगार युवक इनके झांसे में आ जाते थे, तब कपिल गोस्वामी के साथियो के द्वारा अलग अलग शासकीय विभागो में नौकरी की रकम बतायी जाती थी। बेरोजगार युवक अपने घर के रिश्तेदारो, परिजनो से उधार रकम लेकर, घर के जेवर गिरवी रखकर नौकरी की चाह में पैसा एकत्र कर कपिल गोस्वामी को देते थे। रकम देने पर युवको को फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र दिखाकर डाॅक्यूमेंट वेरीफिकेशन के नाम पर उनके ओरिजनल डाॅक्यूमेंट रखकर वेरीफिकेशन के बाद नियुक्ति पत्र दिये जाने का आश्वासन दिया जाता था। कपिल गोस्वामी पूर्व में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने के आरोप में जेल जा चुका है। शातिर किस्म का ठग है।
शातिर ठगों से रहे सतर्क की गई अपील :-
पूछताछ पर आरेापियो के द्वारा रजांजगीर चाम्पा, बिलासपुर, सक्ती, रायपुर, बलौदा बाजार जिले के लगभग 25-30 युवको से धोखाधड़ी किया जाना स्वीकार किया गया है। जिनसे संपर्क किया जा रहा है। बिलासपुर पुलिस द्वारा अपील की जाती है कि इस तरह के ठगो से सावधान रहे तथा किसी भी व्यक्ति द्वारा नौकरी लगाने का झांसा देकर पैसे की मांग करने पर इसकी सूचना पुलिस को देवें।
जब्त संपत्ति :-
आरोपियो के पास से लगभग 13 लाख रूपय, नगदी रकम, एक इनोवा कार कीमती 20 लाख एवं बैंक एकाउंट में सीज करायी गई 03 लाख रूपये।
गिरफ्तार आरोपी :-
01. मुख्य आरोपी – कपिल गोस्वामी उर्फ कपिलेश्वर ,निवासी-अकलतरा, ज़िला-जाँजगीर चाँपा
02. तथाकथित पत्रकार -गुरूशंकर दिव्य –
03. राजेंद्र पलाँगे, निवासी-जैजेपुर ज़िला-शक्ति
04. पुरुषोत्तम तिवारी ,निवासी-उस्लापुर ज़िला-बिलासपुर