
आकाश मिश्रा
मुंगेली,मंदिर का पुजारी खुद को देवी माता का भक्त बताता है और नवरात्र पर ही वह देवी स्वरूप अपनी बहन को ही चाकू से गोद देता है, उस बहन को , जिसका नाम भी मां के एक स्वरूप का ही नाम , शारदा है ।और वह भी दुर्गा मां के मंदिर में। और ऐसा सिर्फ इसलिए होता है क्योंकि उसकी नजर मंदिर के चढ़ावे पर थी, जिसका बटवारा उसे मंजूर नहीं था। मुंगेली पंडरिया रोड में स्थित शक्ति माई मंदिर कई वजहों से विवादित है । यहां साहू परिवार का कब्जा है। गैर ब्राह्मण होने के बावजूद शंकर साहू और उसकी पत्नी लीलाबाई ही मंदिर में पुजारी की जिम्मेदारी संभालते हैं, जिनके परिवार में भी मंदिर पर कब्जे को लेकर पुराना विवाद है ।नवरात्रि के मौके पर यहां भारी भीड़ है और चढ़ावा भी चढ़ रहा है । इसी दौरान शंकर साहू की 18 वर्षीय बहन शारदा साहू भी मंदिर में मौजूद थी ।यह बात उसके भाई शंकर साहू और उसकी पत्नी लीलावती को सहन नहीं हुई। दोनों ने उसे मंदिर से भगाने की कोशिश की। लेकिन जब शारदा वहां से नहीं गई तो उस पर उसके ही भाई शंकर साहू ने चाकू से हमला कर दिया ।
चाकू से बहन को लहूलुहान करने के बाद पति पत्नी दोनों फरार हो गए। मंदिर में चढ़ने वाले चढ़ावे के बंटवारे को लेकर भाई और बहन के बीच का विवाद इस कदर गहरा जाएगा , यह किसी ने सोचा नहीं था । मंदिर में देवी अर्चना के लिए पहुंचे लोगों ने जब वहां एक युवती को इस तरह लहूलुहान देखा तो उनकी भी होश उड़ गए। मंदिर पहुंचने वाले भक्तों से घायल शारदा उसे पुलिस के पास ले जाने की गुहार लगाती रही और लोग मोबाइल से उसका वीडियो बनाते रहे। किसी तरह इसकी सूचना सिटी कोतवाली थाने में दी गई जिसके बाद थाना प्रभारी आशीष अरोड़ा ने तत्परता दिखाते हुए अपनी ही बहन और ननद पर चाकू से वार करने वाले कथित पुजारी शंकर साहू और उसकी पत्नी लीला बाई को धर दबोचा।
इस मामले में शारदा साहू की रिपोर्ट पर दोनों आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही हो रही है । कुछ लोगों ने मंदिर को भी कमाई का जरिया बना रखा है ।जिनके लिए भक्ति से अधिक महत्वपूर्ण चढ़ावे पर कब्जा करना है। भक्तों को भी सोचना होगा कि वह देवी के नाम पर जो चढ़ावा चढ़ा रहे हैं वह आखिर कैसे लोगों को हासिल हो रहा है। कहीं उनका चढ़ावा खूनी संघर्ष की वजह तो नहीं बन रहा। इस पर दोबारा विचार करने की जरूरत है।