
जुगनू तंबोली
रतनपुर – रतनपुर से पेंड्रा तक बनाए जा रहे नेशनल हाईवे का निर्माण बिना किसी सूचना पटल और संकेतक बोर्डों के किया जा रहा है, जिससे आम नागरिकों और वाहन चालकों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। निर्माण कार्य शुरू होने से पहले कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड लगाया जाना अनिवार्य होता है, लेकिन संबंधित विभाग ने इस नियम की अनदेखी की है। इससे सड़क निर्माण की लागत, कार्य की अवधि और जिम्मेदार अधिकारियों की जानकारी आम जनता को नहीं मिल पा रही है।
निर्माण कार्य में पारदर्शिता का अभाव
किसी भी शासकीय निर्माण कार्य में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए जरूरी होता है कि वहां कार्य का नाम, सड़क की लंबाई, प्रशासनिक स्वीकृति राशि, अनुबंधक का नाम, अनुबंध क्रमांक, दर, कार्य प्रारंभ और पूर्ण होने की तिथि, उपअभियंता, कार्यपालन अभियंता एवं अनुविभागीय अधिकारी का नाम और मोबाइल नंबर प्रदर्शित किया जाए। इससे लोग निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर नजर रख सकते हैं और किसी भी गड़बड़ी की शिकायत संबंधित अधिकारियों से कर सकते हैं। लेकिन रतनपुर-पेंड्रा सड़क निर्माण कार्य में इस प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है, जिससे ठेकेदार को मनमानी करने का पूरा अवसर मिल रहा है।
सड़क पर नहीं लगाए गए संकेतक बोर्ड, बढ़ रहा हादसों का खतरा
निर्माण कार्य के दौरान सड़क पर संकेतक बोर्डों का न होना बेहद खतरनाक साबित हो रहा है। वाहन चालकों को सड़क की स्थिति, दिशा और संभावित खतरों की जानकारी नहीं मिल रही है, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। संकेतक बोर्ड सड़क पर चल रहे निर्माण कार्य, गड्ढों या अन्य खतरों के प्रति सचेत करने का काम करते हैं। इसके बावजूद, जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जाना हैरान करने वाला है। स्थानीय लोगों ने इस लापरवाही को लेकर नाराजगी जताई है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण का काम तो चल रहा है, लेकिन यह किस विभाग के तहत हो रहा है, कितनी लागत में बन रहा है और कहां से कहां तक इसका विस्तार होगा, इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार अधिकारी?
इस संबंध में जब नेशनल हाईवे विभाग के इंजीनियर शर्मा से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि जहां से सड़क निर्माण की शुरुआत हुई है, वहां सूचना बोर्ड लगाने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है, इसलिए बोर्ड नहीं लगाया गया। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि ठेकेदार को निर्देश दिए गए हैं कि आसपास किसी उपयुक्त स्थान पर सूचना बोर्ड लगाया जाए।
निगरानी बढ़ाने की जरूरत
बिना सूचना बोर्ड और संकेतक लगाए हो रहे इस निर्माण कार्य पर प्रशासन को जल्द ध्यान देने की जरूरत है। यदि समय रहते आवश्यक कदम नहीं उठाए गए, तो सड़क निर्माण के दौरान होने वाले हादसे और बढ़ सकते हैं। स्थानीय लोग प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि पारदर्शिता लाने के लिए सूचना पटल लगाए जाएं और सड़क पर संकेतक बोर्डों की व्यवस्था की जाए, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके।