
28 अप्रैल को होने वाले बड़े आयोजन को सफल बनाने के लिए जिम्मेदारियों का बंटवारा किया गया
ठा. उदय सिंह
श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना लगातार संगठित हो रही है। छत्तीसगढ़ में भी कार्यकारिणी के गठन के बाद सभी जिलों में नए सदस्यों की भर्ती और कार्यकारिणी का निर्माण किया जा रहा है। राष्ट्रभक्त और हिंदू स्वाभिमान की लड़ाई लड़ने के उद्देश्य के साथ युवाओं को संगठित करने के प्रयास के तहत रविवार को सरकंडा ओम पैलेस में जिला स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। जहां प्रदेश अध्यक्ष विरेंद्र सिंह तोमर, मनीष सिंह तोमर प्रदेश सचिव,लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह बेलतरा विधायक रजनी सिंह, पंकज सिंह, सुरेंद्र सिंह, वीरेंद्र सिंह ,संभाग अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह राणा, संभाग सचिव बीपी सिंह, संभाग संगठन मंत्री दिनेश सिंह, संभाग संयोजक नैन सिंह परिहार, जिला अध्यक्ष चित्रसेन सिंह, युवा जिला अध्यक्ष उदय सिंह, जिला उपाध्यक्ष विक्रम सिंह, जिला सह सचिव सौरभ सिंह और चंद्र कांत सिंह अजय सिंह सुमेर सिंह टुकेश सिंह सुरेन्द्र सिंह विनोद सिंह समेत तमाम सदस्य और पदाधिकारी उपस्थित हुए। संगठन को किस तरह मजबूत किया जाए और कैसे नए सदस्यों की भर्ती के साथ आगामी
दिनों में होने वाले कार्यक्रमों को सफल बनाया जाए इस पर भी यहां महत्वपूर्ण चर्चा हुई। सभी सदस्यों से नई कार्यकारिणी का परिचय कराया गया। आगामी 28 अप्रैल को श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना द्वारा परिचय एवं मार्गदर्शन सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा , इसकी रूपरेखा यहां तय की गई ,वहीं जिले के भूतपूर्व सैनिक शहीद परिवारों के सम्मान के साथ समाज के सफल वरिष्ठों द्वारा युवा पीढ़ी का मार्गदर्शन किया जाएगा। 28 अप्रैल के ही कार्यक्रम के दौरान समाज के टेलिफोन डायरेक्टरी तथा पता निर्देशक किताब का विमोचन होगा जिसमें जिले के सभी राजपूत परिवारों का वास्तविक पता और टेलीफोन नंबर अंकित होगा ।वहीं संगठन को मजबूत करते हुए नए सदस्यों को जोड़ने पर भी यहां बल दिया गया। मुख्यतः राजपूत युवाओं का यह संगठन देश भक्ति और राष्ट्र की रक्षा के लिए संकल्पित है। देश विरोधी सभी
गतिविधियों के खिलाफ विरोध के संकल्प के साथ गठित इस संगठन में सभी जिलों में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को नियुक्त किया जा रहा है, जिससे कि संगठन बेहतर रूप से संचालित हो। रविवार को बिलासपुर में आयोजित सम्मेलन में भी इन्हीं मुद्दों पर चर्चा के साथ 28 अप्रैल को होने वाले बड़े आयोजन को सफल बनाने के लिए जिम्मेदारियों का बंटवारा किया गया।