
पुलिस किसी भी संभावनाओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहती। इधर निशांगी की मौत से पूरा परिवार सदमे में है और कोई भी कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं है इसलिए भी छात्रा की मौत को लेकर सस्पेंस बरकरार है
बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
शनिवार तड़के परसदा में पूर्व विधायक सियाराम कौशिक के घर के पीछे एक मॉडर्न युवती की फांसी पर लटकती लाश देखकर लोगों के होश उड़ गए। यह खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई । करीब उन्नीस बीस साल की जींस टॉप पहने किसी अच्छे घराने की प्रतीक हो रही युवती की लाश के गले पर फांसी का फंदा जरूर था लेकिन लाश पेड़ से लटक नहीं रही थी बल्कि जमीन से टिकी लगभग बैठी हुई स्थिति में थी । इसलिए यह संदेह गहरा गया कि युवती ने खुदकुशी नहीं की है, मुमकिन है किसी ने उसकी हत्या कर उसकी लाश को ख़ुदकुशी का रंग देने ऐसा किया हो। वहीँ लोग युवती के साथ दुष्कर्म करने के बाद हत्या करने का भी कयास लगाते रहे। खबर मिलने के बाद मौके पर पहुंची चकरभाटा पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो पता चला की लाश रिंग रोड नंबर दो के पन्ना नगर में रहने वाले अधिवक्ता संजय टंडन की 19 वर्षीय बेटी निशांगी टंडन की है । निशांगी डीपी विप्र महाविद्यालय में बीए फर्स्ट ईयर की छात्रा थी। बताया जा रहा है कि शुक्रवार की रात उसके पास किसी का फोन आया था, जिसके बाद वह बिना किसी को बताए अपनी स्कूटी क्रमांक सीजी 10x 6897 पर सवार होकर कहीं निकल गई और फिर रात को घर नहीं लौटी। छात्रा के इस तरह बिन बताए घर से चले जाने और उसका कुछ पता ना चलने से परिजन परेशान थे, तभी सुबह उनके पास उसके फांसी लगा लिया जाने की खबर आई। शनिवार को बिलासपुर में राहुल गांधी की सभा थी, इसलिए सभी पुलिस अधिकारी वहीं सुरक्षा ड्यूटी में तैनात थे , इसलिए डी पी की छात्रा की मौत के मामले में तफ्तीश में कुछ खास प्रगति नहीं हुई और कुछ खास जानकारी पुलिस नहीं जुटा पाई । इस मामले में पुलिस को मदद छात्रा के मोबाइल से ही मिलेगी। यह जानना जरूरी है कि शुक्रवार की रात निशांगी के पास किस का कॉल आया था जिसके बाद वह घर से अकेले निकल पड़ी थी और कैसे वह पन्ना नगर से परसदा पहुंच गई
।आखिर उसने क्यों खुदकुशी की और अगर खुदकुशी नहीं की तो फिर उसकी हत्या किसने और क्यों की । पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। जिस हालत में छात्रा की लाश मिली है, उसके कपड़े अस्त व्यस्त नहीं है और इसकी संभावना कम ही लग रही है कि उसके साथ दुष्कर्म किया गया है। लेकिन पुलिस किसी भी संभावनाओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहती। इधर निशांगी की मौत से पूरा परिवार सदमे में है और कोई भी कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं है इसलिए भी छात्रा की मौत को लेकर सस्पेंस बरकरार है। इस रहस्यमई मौत पर से पर्दा तभी हटेगा जब पुलिस मोबाइल कॉल डिटेल से किसी नतीजे पर पहुंचेगी । फिलहाल पुलिस को मौका ए वारदात पर कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है जिससे फिलहाल संदेह इसी बात को लेकर जताया जा रहा है की छात्रा निशांगी टंडन की हत्या करने के बाद मामले को खुदकुशी का रंग देने के लिए किसी ने उसे इस तरह लटका दिया होगा।