
रमेश राजपूत
जांजगीर-चांपा – जिले के थाना सारागांव क्षेत्र में घटित एक अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस एवं साइबर टीम ने महज कुछ घंटों में सुलझाकर सराहनीय कार्य किया है। मृतक की पहचान प्रेमलाल पाण्डेय 62 वर्ष निवासी बीरसिंहपुर, जिला शहडोल (म.प्र.) के रूप में हुई है, जो ग्राम कमरीद में कीर्तन गबेल के नवनिर्मित मकान में किराये पर रह रहा था। 17 जुलाई को उसका शव संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी के फंदे पर झूलता मिला था। प्रारंभिक तौर पर मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा था, लेकिन थाना सारागांव पुलिस की सतर्कता और सूझबूझ से यह स्पष्ट हो गया कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या है। पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडेय के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप व एसडीओपी यदुमणि सिदार के नेतृत्व में सायबर टीम और थाना सारागांव की टीम ने संयुक्त रूप से जांच प्रारंभ की। तकनीकी साक्ष्यों और सघन पूछताछ के बाद पुलिस ने दो संदिग्धों भीष्मनारायण उर्फ राहुल 30 वर्ष निवासी रगोली थाना सनौधा, सागर (म.प्र.) और हेमराज पटेल 48 वर्ष निवासी पन्नालाल का बगीचा, सागर (म.प्र.) को हिरासत में लिया।
पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने अंततः अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। आरोपियों ने बताया कि मृतक पांडेय के साथ ठेकेदारी प्रतिस्पर्धा को लेकर लंबे समय से विवाद था। मृतक अक्सर उन्हें धमकाता और गाली-गलौच करता था। घटना के एक दिन पहले भी उसने गंभीर रूप से अपशब्द कहे और जान से मारने की धमकी दी थी। इसी वजह से दोनों आरोपियों ने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई।16 जुलाई की रात दोनों आरोपी मृतक के किराये के मकान पहुंचे। वहां पहले मारपीट की और फिर नायलॉन की रस्सी से उसका गला घोंट दिया। बाद में, हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए रस्सी को सीढ़ी से बांधकर शव को फंदे पर लटका दिया।
पुलिस ने आरोपियों के मेमोरेण्डम बयान दर्ज कर उन्हें धारा 103(1), 61(2), 238 BNS के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया। इस पूरे मामले में थाना प्रभारी सावन सारथी, साइबर प्रभारी सागर पाठक, विवेक सिंह, मनोज तिग्गा, सहबाज खान, गिरीश कश्यप, प्रदीप दुबे, माखन साहू, श्रीकांत सिंह, केके कोसले व राजेश सिंह का विशेष योगदान रहा।