
उदय सिंह
जांजगीर-चांपा – बलौदा पुलिस ने एक ऐसे हत्या कांड का पर्दाफाश किया है, जिसने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। चार साल पहले दर्ज मर्ग प्रकरण की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई है। पुलिस ने मृतक की ही बेटी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। हत्या का कारण पारिवारिक जमीन का बंटवारा और आपसी कलह बताया जा रहा है। मामला वर्ष 2020 का है। दिनांक 08 नवंबर 2020 को मधईपुर निवासी सुरेंद्र नारंग ने पंतोरा चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि बिछलवा नरवा और छाता जंगल के पुल नहर पार एक NXT पुरुष की जली हुई लाश पड़ी है। पुलिस ने तत्काल मर्ग क्रमांक 90/2020 दर्ज कर शव की पहचान प्रक्रिया शुरू की। जांच के दौरान मृतक की पहचान ग्राम बगडबरी निवासी भूखल रोहिदास के रूप में हुई। प्रारंभिक जांच में यह मामला संदिग्ध जरूर लगा लेकिन ठोस सबूत न मिलने पर पुलिस जांच लंबित रही। चार साल बाद, 24 जुलाई 2025 को चकरभाठा थाना क्षेत्र में दर्ज एक अन्य अपराध की विवेचना के दौरान आरोपी राजा बाबू खुंटे ने बड़ा खुलासा किया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने अपने साथी पुरुषोत्तम खुंटे के साथ मिलकर राजिम उर्फ रजनी बाई के कहने पर भूखल रोहिदास की हत्या की थी।
इस कबूलनामे के बाद बलौदा थाना पुलिस ने मर्ग डायरी को पुनः जांच में लिया और हत्या का मामला दर्ज कर सघन विवेचना शुरू की।पूछताछ में सामने आया कि मृतक भूखल रोहिदास की बेटी राजिम उर्फ रजनी बाई अपने पिता से नाराज थी। मृतक जमीन का बंटवारा करने से इंकार करता था और शराब बेचने की आदतों को लेकर अक्सर घर में विवाद करता था। इन झगड़ों से परेशान होकर रजनी ने अपने पिता की हत्या की साजिश रची और आरोपियों को रुपए का लालच देकर इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिलवाया। आरोपियों ने योजना बनाकर भूखल रोहिदास को अपने पल्सर मोटरसाइकिल में बैठाकर छाता जंगल की ओर ले गए। वहां उन्होंने पहले मृतक को शराब में चूहा मार दवा मिलाकर पिलाई। नशे की हालत में जब वह बेसुध हो गया तो उसके सिर पर पत्थर से हमला किया और फिर पहचान छिपाने के लिए पेट्रोल डालकर लाश को आग के हवाले कर दिया। बाद में शव को जंगल की ओर फेंक दिया गया। इस सनसनीखेज खुलासे के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों राजाबाबू खुंटे (24 वर्ष), पुरुषोत्तम खुंटे (28 वर्ष) और राजिम उर्फ रजनी बाई रोहिदास को गिरफ्तार कर लिया। इनके खिलाफ धारा 302, 201, 120 बी एवं 34 भादवि के तहत अपराध दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी बलौदा राजीव श्रीवास्तव, चौकी प्रभारी पंतोरा उनि दिलीप सिंह, सउनि प्रतिभा राठौर सहित पुलिस टीम का विशेष योगदान रहा। चार साल पहले हुई हत्या का राज खुलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। लोगों को यह जानकर और भी हैरानी हुई कि बेटी ने ही पिता की हत्या की साजिश रचकर रिश्तों को कलंकित किया।