
भुवनेश्वर बंजारे
बिलासपुर- हिर्री क्षेत्र के ग्राम मोहदा में रहने वाले रामचरण निषाद के बेटे करन निषाद को पिछले 10 वर्ष से पेशाब की थैली में दर्द और पेशाब करने के दौरान समस्या होती थी, लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से उसका इलाज नही हो पा रहा था, स्थानीय स्तर पर दर्द के लिए जड़ी बूटियों का उपयोग किया जा रहा था। लेकिन परेशानी खत्म नही हो पाई, बच्चे को 2 वर्ष की उम्र से यह परेशानी थी जो 13 वर्ष की उम्र तक पहुँचकर बहुत बढ़ चुकी थी, पिछले दिनों करण को सिम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहाँ चिकित्सकों की टीम ने करना की जांच की इस दौरान पाया गया कि उसकी पेशाब थैली में पथरी है, जिसका आकार बहुत बड़ा है, आप तौर पर होने वाली पथरी के मुकाबले यह आकार असाधारण है, फिर सिम्स के चिकित्सकों ने करण का ऑपरेशन कर उसे निकालने की तैयारी की और सफल ऑपरेशन के बाद 7 सेंटीमीटर बड़े पथरी को करण के शरीर से अलग किया गया।
सफल ऑपरेशन के पीछे रहे सिम्स के चिकित्सक
मास्टर करण निषाद की हालत को देखते हुए सिम्स के सर्जरी विशेषज्ञ डॉ नीरज शेंडे के नेतृत्व में डॉ विनोद तामकनंद, डॉ चुन्नूलाल द्वारा 7 सेंटीमीटर बड़े पथरी को निकाला गया, वहीँ निश्चेतना विभाग से डॉ राकेश निगम, डॉ सुरभि एवं टीम मौजूद रही।
स्मार्टकार्ड से हुआ ईलाज
शासन की महत्वपूर्ण योजनाओँ में से एक स्मार्टकार्ड के माध्यम से ही इस ऑपरेशन को किया गया, जिसकी वजह से मरीज के परिवार को आर्थिक समस्या से जूझना नही पड़ा, सिम्स के चिकित्सकों ने इस ऑपरेशन में निकाली गई पथरी के आकार को बच्चो में होने वाली पथरी में असाधारण बताया है।