
तखतपुर टेकचंद कारड़ा

मुंगेली – एक ओर लॉक डाउन को सफल बनाने स्थानीय पुलिस तीसरे आँख से निगरानी कर रही है, तो वही दूसरी ओर पुलिस की आँख पर धूल झोंक महुआ तस्करी का काम धड़ल्ले से किया जा रहा है। ताजा मामला मुंगेली जिले के जरहगाव क्षेत्र में देंखने को मिला, जहाँ दूध परिवहन की आड़ में महुआ तस्कर तस्करी को अंजाम देने निकले थे, लेकिन स्थानीय पुलिस को इसकी भनक लग गई और जरहगाव पुलिस ने इस पूरे मामले का पर्दाफाश किया है। मिली जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पुरे देश में लाक डाउन है। जिसको सफल बनाने पुलिस अधीक्षक डी वैष्णव मुंगेली के निर्देशन पर अलग अलग जगहों पर चेक पोस्ट बनाए गए हैं। जहाँ रोजाना गाड़ियों के आवाजाही पर नजर रखा जा रहा है। बिलासपुर और मुंगेली जिले के बार्डर बरेला चेक पोस्ट पर सभी गाड़ियों के परिवहन की जांच कर रहे थे।

तभी एक ट्रक क्रमांक सीजी 08 जेड 7265 को रोका गया जिस वाहन के सामने में अमूल मिल्क का बैनर लगा हुआ था और कांच पर आवश्यक सर्विस मिल्क एवं मिल्क अमूल उत्पाद का कागज लगा हुआ था। जिसपर चेकपोस्ट पर तैनात अनुविभागीय अधिकारी साधना सिह जरहागांव थाना प्रभारी कविता धुर्वे को आंशका हुआ। जिसे उन्होंने ट्रक को रोककर जांच की, जहाँ ट्रक में एक पैकेट अमूल दुध नही था और ट्रक में महुआ की खुशबू आ रही थी जहा ट्रक को अवैध रूप से महुआ परिवहन करने का दोषी पाया गया। मालूम हो ट्रक में 10 टन महुआ जब्त किया है। जिसकी कीमत 2.5 लाख बताई जा रही है। जिसपर भादवि की धारा 188 कोरोना संक्रमण लाक डाउन में नियम को तोड़ने एवं वन अधिनियम कि धारा 4 छ ग वन उपज व्यापार नियमन नियम 1969 के तहत पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
रायपुर से लाया जा रहा था महुवा..

दूध परिवहन के आड़ में महुवा की तस्करी करते पकड़े गए आरोपी चालक दिनेश सपे्र ने बताया कि वह महुआ को रायपुर से भरा था। उसे तखतपूर में डिलवरी देना था। ऐसे में सवाल यह है। कि रायपुर से तस्कर पुलिस को चकमा देकर तखपुर कैसे पहुचा। बहरहाल मामले में स्थानीय पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। जिसके बाद ही वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो सकेगा।