
रमेश राजपूत
रायगढ़ – तमनार थाना क्षेत्र के खुदरीखार ब्रिक्स प्लांट के पास 1 अक्टूबर को मिले शव की गुत्थी को पुलिस ने महज 24 घंटे में सुलझा लिया। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के निर्देशन और साइबर सेल डीएसपी अनिल विश्वकर्मा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक कमला पुसाम ठाकुर ने हत्या के आरोपी दशरथ राठिया (47 वर्ष) निवासी खुदरीखार को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया। मामला उस समय सामने आया जब कुंजेमुरा निवासी सुखमन निषाद 47 वर्ष 1 अक्टूबर को मवेशी चराने निकला लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटा। उसकी तलाश में निकले ग्रामीणों ने आरोपी दशरथ राठिया के घर के पीछे महुआ पेड़ के नीचे सुखमन का शव देखा। मृतक के नाक और मुंह से खून निकल रहा था और गले में गमछा लिपटा हुआ था। इस पर मृतक के भाई शिवचरण निषाद ने पुलिस को सूचना दी और हत्या की आशंका जताई। सूचना मिलते ही पुलिस ने मर्ग कायम कर एफएसएल टीम और डॉग स्क्वॉड को मौके पर बुलाया। डॉग स्क्वॉड ने सीधे संदेही दशरथ राठिया की ओर इशारा किया। पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक और आरोपी एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते थे, दोनों साथ में नशापान करते थे और सब्जी की खेती में साझेदारी कर रहे थे। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि आपसी विवाद के चलते उसने गमछे से गला घोंटकर सुखमन की हत्या की। इस आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 226/2025 धारा 103(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया। हत्या के शीघ्र पटाक्षेप में थाना प्रभारी कमला पुसाम ठाकुर के साथ प्रधान आरक्षक हेम प्रकाश सोन, बनारसी सिदार, आरक्षक पुष्पेंद्र सिदार, अमरदीप एक्का, शशि भूषण उरांव, डोल नारायण सिदार और संजय नेताम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।