
उदय सिंह
बिलासपुर – मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया ने आज ग्राम जयरामनगर स्थित धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने वहाँ उपस्थित किसानों से संवाद कर उनकी समस्याएँ जानी तथा खरीदी केंद्र में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। खरीदी में अव्यवस्था को लेकर मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया ने कहा कि अभी भी किसानों को टोकन के लिए भटकना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में अंतिम तिथि तक सभी किसानों से धान खरीदी असंभव है। भारतीय जनता पार्टी की विष्णु देव के कुशासन वाली सरकार में धान खरीदी की पूरी व्यवस्था ही भगवान भरोसे चल रही है। धान खरीदी की अव्यवस्था के चलते किसानों की जान पर बन आई है। महासमुंद में टोकन न मिलने से एक किसान ने आत्महत्या का प्रयास किया, यह घटना बताती है कि भाजपा सरकार की तैयारियां कितनी विफल है। किसान अपनी ही फसल बेचने के लिए दर-दर भटक रहे है। समितियों में 70 प्रतिशत ऑनलाइन और 30 प्रतिशत ऑफलाइन टोकन करने का नियम बनाया गया है। ऑफलाइन टोकन करने के लिए भी किसानों को कई दिनों तक सोसायटी का चक्कर लगाना पड़ रहा है।

दिलीप लहरिया ने मांग की है कि ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से 50-50 प्रतिशत टोकन करने की व्यवस्था की जाए। जिससे किसानों को परेशानी न झेलनी पड़े। श्री लहरिया ने कहा कि देर से खरीदी प्रारंभ करने तथा समितियों में खरीदी सीमा लागू होने के कारण बहुत कम मात्रा में धान की खरीदी हो पाई है। अधिकांश समितियों मे खरीदी लिमिट कम होने के कारण किसान चिंतित है। ऐसे में वर्तमान खरीदी सीजन के अंतिम तिथि तक समस्त किसानों का धान खरीदी कर पाना संभव नहीं है।जिसे किसानों के हित में तत्काल बढ़ाया जाना चाहिये! श्री लहरिया ने कहा कि भाजपा सरकार की गलत नीति के चलते रकबा कटौती की समस्या से किसान जूझ रहे हैं तथा तहसील कार्यालय एवं पटवारियों के चक्कर काट रहे है। यदि सरकार सच्चे अर्थों में किसान हितैषी है। तो प्रतिदिन खरीदी लिमिट बढ़ाए तथा एग्रीटेक पोर्टल में पंजीकृत समस्त किसानों का संपूर्ण धान खरीदकर उन्हें सुविधा प्रदान करे।