
रमेश राजपूत
बिलासपुर – रेंज साइबर थाना बिलासपुर ने ऑनलाइन सायबर फ्रॉड में उपयोग किए जा रहे म्यूल अकाउंट (फर्जी बैंक खातों) की सप्लाई करने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। छह महीने से फरार आरोपी दीपक विश्वकर्मा को तकनीकी निगरानी और सतत तलाश के बाद गिरफ्तार किया गया। उसके खिलाफ रेंज साइबर थाना में दर्ज कुल 5 मामलों अपराध क्रमांक 09/2025, 12/2025, 13/2025, 14/2025 एवं 16/2025 में कार्रवाई की जा रही है। गिरफ्तार आरोपी दीपक विश्वकर्मा 45 वर्ष मूलतः हेमूनगर, बिलासपुर का रहने वाला है, जो वर्तमान में रायपुर में निवासरत था। आरोपी रेल्वे कोर्ट बिलासपुर के एक मामले में पहले से ही फरार था। पुलिस के अनुसार आरोपी ट्रेन में कोच अटेंडर का काम कर अपने साथियों तक म्यूल अकाउंट पहुंचाने का काम करता था, जिससे वह पुलिस की पकड़ से दूर बना हुआ था। आईजी बिलासपुर रेंज डॉ. संजीव शुक्ला एवं एसपी रजनेश सिंह के निर्देशन पर साइबर क्राइम मामलों में उपयोग होने वाले संदिग्ध बैंक खातों की पहचान की गई थी। जांच में सामने आया कि आरोपी विभिन्न व्यक्तियों को 5000 से 10,000 रुपये का लालच देकर उनके नाम पर बैंक खाते खुलवाता था और उन्हें सायबर फ्रॉड गिरोह तक पहुंचाता था। इन खातों का उपयोग डिजिटल अरेस्ट, फर्जी शेयर ट्रेडिंग ऐप, क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट, गूगल रिव्यू टास्क, फर्जी KYC अपडेट, टेलीग्राम टास्क आदि ऑनलाइन ठगी में किया जाता था।
आरोपी लंबे समय से ठिकाना बदल रहा था और यूपी, दिल्ली, भोपाल आदि शहरों में म्यूल अकाउंट सप्लाई कर रहा था। बिलासपुर में खाते प्राप्त करने की कोशिश के दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई में सीएसपी सिविल लाइन निमितेश सिंह के मार्गदर्शन में निरीक्षक गोपाल सतपथी, सउनि सुरेश पाठक, प्रधान आरक्षक सैय्यद साजिद एवं विक्कू सिंह ठाकुर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।