आलोक
ट्रेन में दो युवतियों के साथ छेड़खानी का मामला बढ़ता जा रहा था। दोनों युवतियों और उनके परिजनों की समझ में नहीं आ रहा था कि वे ऐसी विपरीत परिस्थितियों से कैसे निपटें। इसी बीच उन्हें ख्याल आया, आरपीएफ द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 182 की ,और फिर अपराधी जा पहुंचा सलाखों के पीछे। महाराष्ट्र भंडारा निवासी दो युवतियां अपने परिजनों के साथ मैनपाट सैर सपाटे के लिए गई थी। शनिवार को इनका परिवार अंबिकापुर- दुर्ग एक्सप्रेस से लौट रहा था । इसी दौरान बोगी नंबर एस 5 में सवार 1 बदमाश युवतियो के साथ छेड़खानी करने लगा। महिलाओं के साथ मौजूद लोगों ने उसे समझाने की कोशिश की पर धीरे-धीरे उसकी हिम्मत बढ़ती चली गई। इस अवांछित स्थिति से निपटने महिलाओं ने आरपीएफ के हेल्पलाइन नंबर 182 पर कॉल किया। जब अंबिकापुर दुर्ग एक्सप्रेस करगी रोड स्टेशन पहुंची तो यहां आरक्षक रंजीत कुमार स्वयं पहुंचे और युवतियों के साथ छेड़खानी करने वाले आरोपी बिरसिंहपुर पाली उमरिया मध्य प्रदेश निवासी घनश्याम गुप्ता को हिरासत में लिया ।
महिलाओं के साथ बदतमीजी करने वाले आरोपी को उसलापुर में उतारकर पुलिस को सौंप दिया गया है । ट्रेन में ऐसी विपरीत परिस्थिति कभी भी पैदा हो सकती है जहां यात्री भी मदद करने में हिचकते हैं । इस दौरान आरपीएफ की यह हेल्पलाइन नंबर महिला सुरक्षा के लिए बड़ी मददगार साबित हो सकती है।