
उम्मीद जताई जा रही है,जिस उद्देश्य से करोड़ो की लागत से पुलिस मुख्यालय से वाहने मंगवाई गयी है पुलिस का वह उद्देश्य सफल साबित हो
बिलासपुर मोहम्मद नासिर
एक समय था जब सड़कों पर बुलेट की आवाज सुनाई देते ही अपराधियों के कान खड़े हो जाते थे और उन्हें दरोगा साहब के आने का आभास हो जाता था।वही पुरानी पुलिसिंग को ध्यान में रखते हुए पुलिस मुख्यालय ने शहर के थानेदारों को बुलेट वाहन मुहैय्या कराया है।इसके अलावा सुरक्षा के दृष्टिकोण से एक मिनी बस और क्रेन भी उपलब्ध कराई गई है,वही कुछ पुराने वाहनों पर कंडम की कार्यवाही की जा रही है।
शहर में बढ़ते आबादी के साथ ही सड़कों में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।जगह-जगह जाम की स्थिति निर्मित होना आम बात हो गई है। ऐसे में कई गंभीर वारदात या फिर लॉ एंड आर्डर की स्थिति निर्मित होने पर पुलिस समय पर नहीं पहुंच पाती। वहीं थानेदार भी पेट्रोलिंग टीम को मौके पर रवाना कर शांत बैठ जाते हैं। इसके अलावा उन्हें अपने इलाकों व सकरी गलियों का भी पता नहीं रहता। क्योंकि, थानेदार अपने इलाकों का सही तरीके से भ्रमण ही नहीं कर पाते है।इस स्थिति में उन्हें सक्रिय करने के लिए पुलिस मुख्यालय ने नई तरकीब निकाली है,इसके लिए जिले में सात बुलेट बाइक भेजी गई है।पुलिस महकमा इस बाइक को शहर के थानेदारों को देंगे,ताकि कोई भी गंभीर वारदात की खबर मिलते ही वे तत्काल मौके पर पहुंच सकें।इसके अलावा थानेदारों को भी बुलेट में सवार होकर अपने इलाकों की पेट्रोलिंग भी करनी पड़ेगी।फिलहाल आगामी दिन ही पता चल पायेगा की ये वाहने अपराध के ग्राफ को कम करने में कितना सहयोगी साबित होते है।गौरतलब हो कि तीन दशक पहले तक बुलेट वाहने थानेदारों की पहचान ही बन गई थी।इसकी आवाज सुनकर लोग जान जाते थे कि उनके इलाके का दरोगा गुजर रहा है। माना जा रहा है कि
पुलिस की पुरानी छवि को बनाने के लिए भी यह योजना बनाई गई है।बहरहाल पुलिस लाइन के अधिकारियों ने बताया कि जिले के सुरक्षा के लिहाज से पुलिस मुख्यालय से लाखों रुपये की वाहने स्वीकृत हुई है।जिसमे 7लाख 78 हजार रुपये के 7 बुलेट,12 लाख 97 हजार रुपये की क्रेन वाहन और10लाख 11 हाजर रुपये की क्रेन मशीन और14लाख 8 हजार रुपये की मिनी बस शामिल है,जो सभी फिलहाल पुलिस लाइन में खड़ी है।पुलिस लाइन में अबतक 215 वाहने आ चुकी है,जिसमे से 70 रक्षा टीम की वाहने शामिल है,जो घूम घूमकर केवल गाड़ियों का लुफ्त उठा रहे है।इसके अलावा जिलेभर के पुलिस अधिकारियों और थानों को 71 बोलेरो वाहने आबंटित की गयी है।जानकारी ये भी मिली है कि 2 मोटरसाइकिल,1 मिनी बस और 17 सूमो,बोलेरो और जीप पर कंडम होने की कार्यवाही की जा रही है।जिनका आगामी दिन नीलामी प्रक्रिया पूर्ण कर पुनः नवीन वाहनों के प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय भेजी जायेगी।फिलहाल जिले भर के सुरक्षा के लिहाज से इन तमाम वाहनों को मंगवाई गयी है,तो उम्मीद जताई जा रही है,जिस उद्देश्य से करोड़ो की लागत से पुलिस मुख्यालय से वाहने मंगवाई गयी है पुलिस का वह उद्देश्य सफल साबित हो।