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एक बार फिर नगर निगम के अतिक्रमण दस्ते को खाली हाथ लौटना पड़ा। साथ में पुलिस होने के बावजूद निगम का अमला अपने इरादों में सफल नहीं हो पाई। दयालबंद, नारियल कोठी मधुबन रोड में स्थित श्री कृष्ण गौशाला ट्रस्ट के साथ 4 बेजा कब्जा मकान खड़े कर लिए गए हैं। यहां नवीन सिंह, जानकी यादव, मुन्नी यादव और रामा पांडे द्वारा अवैध कब्जा कर मकान बनाए गए हैं ।इसकी शिकायत नगर निगम को लंबे अरसे से मिल रही थी, जिसके बाद नगर निगम का अमला गुरुवार को पुलिस के साथ बेजा कब्जा हटाने पहुंचा, लेकिन निगम कर्मियों को यहां भारी विरोध का सामना करना पड़ा।

बेजा कब्जा कर मकान बनाने वालों ने यह तर्क दिया कि उन्हें बेजा कब्जा हटाने का कोई नोटिस नगर निगम द्वारा नहीं दिया गया है। बिना नोटिस अचानक उन्हें बेघर करने की साजिश की गई है । वही आने वाले बारिश से पहले उनके सर से छत छिनने की बात भी कहते हुए चारों मकानों में रहने वाले लोग अड़ गए। इस कारण से नगर निगम कर्मियों और बेजा कब्जा धारियों के बीच भारी विवाद हुआ।

पुलिस भी मूकदर्शक बनी रही। आखिरकार नगर निगम को बेजा कब्जा धारियों के आगे झुकना पड़ा। अव्वल तो बेजा कब्जा हटाने के इस प्रयास को ही नगर निगम ने फ़िलहाल टाल दिया वही यह शर्त भी मान ली कि बेजा कब्जा हटाने से पहले सभी पीड़ित परिवारों को निगम द्वारा यहां से शिफ्ट कर शासकीय आवास उपलब्ध कराया जाएगा। श्री कृष्ण गौशाला ट्रस्ट के आसपास बेजा कब्जा कर बनाए गए अवैध निर्माण को तोड़ने में नाकाम निगम का दस्ता बैरंग लौट गया। अब जब तक निगम द्वारा पीड़ित परिवारों को आवास उपलब्ध नहीं करा दिया जाता तब तक यहां से बेजा कब्जा वह नहीं हटा पाएगी,इतना तो तय है।
