
हरिशंकर पांडेय
मल्हार – मां डिडनेश्वरी देवी मंदिर मल्हार में शारदीय क्वांर नवरात्र पर्व की तैयारी पूरी हो गई है। इस बार धूमधाम व उत्साह से साथ नवरात्र पर्व मनाया जाएगा। 15 से 23 अक्टूबर तक आयोजित नवरात्र के दौरान 4 हजार से ज्यादा मनोकामना के दीप प्रज्वलित होंगे जिसके लिए सभी प्रेरको से रसीद बुक ली जा चुकी है। इसके अलावा इस बार ट्रस्ट के कार्यालय में 15 सौ से ज्यादा श्रद्धालुओ ने रसीद कटवाई है। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष अनिल कैवर्त ने जानकारी दी
कि नवरात्र पर्व के दौरान दुर्गासप्तसती पाठ, ललिततासहस्त्रनाम पाठ सहित नवरात्र के सभी अनुष्ठान लाखासर के पण्डित अभिषेक तिवारी संम्पन्न कराएंगे। वही मंदिर परिसर में श्रीमद देवी भागवत की संगीतमय कथा दामाखेड़ा सिमगा की विदुषी श्रद्धा देवी प्रेम पांडेय सुनाएंगी। ट्रस्ट के सदस्य रामहरि कैवर्त ने बताया कि नवरात्र पर्व के लिए सभी ज्योतिकलश कक्षो की सफाई व रँगरोगन होने के बाद तैयार है, अष्ठभुजी ज्योतिकक्ष के दोनों तल में 15 सौ ज्योत जलेंगे। रविवार को अभिजीत मुहूर्त में घटस्थापना के साथ प्रथम ज्योतिकलश प्रज्वलित होगी साथ ही दुर्गासप्तसती पाठ, ललितसहस्त्रणाम पाठ व अन्य नवरात्र अनुष्ठान संपन्न होंगे।।
गर्भगृह जीर्णोद्धार हुआ पूरा…
धर्मनगरी मल्हार के विश्व प्रसिद्ध माँ डिडनेश्वरी देवी के गर्भगृह का जीर्णोद्धार कार्य पर्व से पहले पूर्ण हो गया है। ट्रस्ट ने इस बार के शारदीय क्वांर नवरात्र से पहले माँ के दिव्य दरबार का नए कलेवर के साथ भव्य दर्शन श्रद्धालुओ को कराने की बात कही थी। तीन माह पहले ही गर्भगृह से लोहे के पिंजरे को निकाला गया था, तब से गर्भगृह का जीर्णोद्धार कर भव्य सजावट कराने की बात चल रही थी। महंगे व चमकदार टाइल्स पत्थर से गर्भगृह के दीवारों को सजाया गया है और फाल सीलिंग व आकर्षक झूमर लगाया जा रहा है साथ ही रंग बिरंगी लाइटिंग भी होगी जिससे गर्भगृह का पूरा आकर्षण बढ़ जाएगा।
पिछले 30 वर्षों से लोहे के पिंजरे में बंद माँ की दिव्य प्रतिमा को गत दिनों गुप्त नवरात्र के ठीक एक दिन पहले बिलासपुर तहसीलदार अतुल वैष्णव के पहल से मुक्त कराया गया था जिसके बाद गर्भगृह के जीर्णोद्धार की आवश्यकता महसूस हो रही थी। श्री वैष्णव ने ट्रस्ट के सदस्यों से विचार विमर्श कर स्वयं के खर्च से गर्भगृह के पुनरुद्धार की बात कही थी।