डेस्क
सिम्स में 26 जून को भर्ती 6 दिन के शिशु का उपचार करने के बाद उसे सुरक्षित हाथों मैं सौंप दिया गया। सिम्स को जो 6 दिन का शिशु मिला था उसकी कोई पहचान नहीं हो पाई। न हीं उसके किसी रिश्तेदार का पता चला। 6 दिनों तक एनआईसीयू में रखकर उसका गहन इलाज किया गया और उसके स्वस्थ होते ही सामाजिक कार्यकर्ता आशुतोष शर्मा की मदद से कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई ।जिसके बाद मंगलवार को एमएस डॉक्टर पुनीत भारद्वाज द्वारा नन्हे शिशु को चाइल्डलाइन के हाथों सौंप दिया गया। चाइल्ड लाइन की ओर से मेघा ने नवजात शिशु को ग्रहण किया। अब जल्द ही कानूनी प्रक्रिया के तहत नवजात को सुरक्षित गोद देने की कोशिश आरंभ होगी। इस मौके पर चाइल्डलाइन के सदस्यों के साथ सिम्स के डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहा। जिनके चेहरे पर खुशी और बिछड़ने का गम एक साथ देखा गया।