
भुवनेश्वर बंजारे
बिलासपुर – ठंड के मद्देनजर जंगल क्षेत्र के स्कूलों में बच्चों को ठंड से बचाने बिलासपुर के सेवानिवृत्त सहायक कार्यक्रम समन्वयक रामदत्त गौरहा ने अभिनव पहल किया है। जहा बिल्हा विकासखंड स्थित सुदूर जंगल क्षेत्र की प्राथमिक शाला डीपरापारा बिटकुली के छात्रों को मोजा और जूता का वितरण किया गया है।
भले ही शिक्षक रामदत्त गौरहा शासकीय तौर पर विभाग से पृथक हो गए है। लेकिन आज भी बच्चो के साथ उनका लगाव है। शायद यही वजह रही की सेवानिवृत्त होने के बाद भी अंचल के बच्चो के हित में निस्वार्थ रूप से काम कर रहे है। आपको बता दे कि प्राथमिक शाला डीपरापारा बिटकुली यह क्षेत्र आदिवासी बहुल है,
जहां अधिकतर धनुहार जाति के लोग निवास करते हैं। आर्थिक रूप से कमजोर इस क्षेत्र के बच्चों के लिए जूता-मोजा जैसे छोटे-छोटे संसाधन भी बड़े सहारे के रूप में सामने आते हैं। बच्चों की जरूरतों को समझते हुए रामदत्त गौरहा ने यह सराहनीय पहल की है।
इधर जूता-मोजा प्राप्त करने के बाद बच्चों की खुशी देखते ही बन रही थी। बच्चों ने इसे अपने लिए एक अनमोल तोहफा बताया और विद्यालय में नियमित उपस्थिति बनाए रखने का संकल्प लिया।